चीन ने भारत सीमा पर एयर डिफेंस सिस्टम को एडवांस किए जाने की रिपोर्ट को नहीं दी तवज्जो
सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने 20 फरवरी को कहा कि भारत से किसी भी खतरे का सामना करने के लिए चीन अपने पश्चिमी थियेटर कमान में हवाई रक्षा प्रणाली का समुन्नयन कर रहा है. पश्चिमी थिएटर कमान वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा की देखभाल करता है.
बीजिंग: चीन ने गुरुवार को एक आधिकारिक मीडिया रिपोर्ट को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जिसमें कहा गया था कि उसकी सेना भारत चीन सीमा पर हवाई रक्षा प्रणाली का समुन्नयन कर रही है. साथ ही उसने कहा कि दोनों देशों को सीमावर्ती क्षेत्रों पर शांति कायम रखने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए. सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने 20 फरवरी को कहा कि भारत से किसी भी खतरे का सामना करने के लिए चीन अपने पश्चिमी थियेटर कमान में हवाई रक्षा प्रणाली का समुन्नयन कर रहा है. पश्चिमी थिएटर कमान वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा की देखभाल करता है.
रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं
संवाददाता सम्मेलन में उस रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'आपने जिस सूचना का उल्लेख किया है उस बारे में मुझे जानकारी नहीं है. मैं आपको सेना के पास भेजता हूं.' उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि भारतीय पक्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति कायम रखने के लिये चीन के साथ काम कर सकता है क्योंकि यह दोनों पक्षों के साझा हित में है.' चीनी रक्षा मंत्रालय की तरफ से रिपोर्ट पर टिप्पणी आनी बाकी है. रिपोर्ट में अखबार ने एक विशेषज्ञ को उद्धृत किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि इस कदम का लक्ष्य भारत के नया लड़ाकू विमान हासिल करने के मद्देनजर भारत की तरफ से किसी भी खतरे का मुकाबला करना है.
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की सुरक्षा के लिए चीन का बलूच लड़ाकों से बातचीत करने से इनकार
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा की सुरक्षा के लिए बलूच लड़ाकों के साथ पांच साले से ज्यादा अवधि से गुप्त बातचीत करने की रिपोर्ट का गुरुवार को चीन ने खंडन किया। साथ ही उसने उम्मीद जताई कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करेगा। इस परियोजना पर 60 अरब डॉलर का निवेश किया जा रहा है।
ब्रितानी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स में इस संबंध में छपी एक रपट के बारे में प्रश्न करने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘‘इस रपट के बारे में मैंने कभी नहीं सुना।’’अखबार ने चीन के तीन अधिकारियों के हवाले से खबर दी थी कि चीन पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत में लड़ाकों के साथ सीधे संपर्क में है। इसी क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं स्थापित हैं।
उल्लेखनीय है कि 3,000 किलोमीटर लंबा यह गलियारा चीन और पाकिस्तान को रेल, सड़क, पाइपलाइन और ऑप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ेगा.
(इनपुट - भाषा)