`ड्रैगन` ने दुनिया को दिया बड़ा धोखा! अमेरिका के बाद रूस ने भी खोली चीन के कोरोना कांड की पोल
दुनिया इस वक्त कोरोना महामारी की जिस मुसीबत से जूझ रही है, उसका जिम्मेदार चीन है.
नई दिल्ली: दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस (coronavirus) की जिस मुसीबत से जूझ रही है. उसका जिम्मेदार चीन है. अमेरिका (USA) और ब्रिटेन जैसे देश लगातार इस बात का आरोप लगा रहे हैं लेकिन अब चीन (China) के नजदीकी देश रूस (Russia) ने भी इस बात का दावा किया कि चीन के वुहान लैब में ही कोरोना वायरस तैयार किया गया. रूस के एक मशहूर वैज्ञानिक ने कोरोना को चीन के वैज्ञानिकों के पागलपन का नतीजा बताया है जिसका खामियाजा पूरी दुनिया भुगत रही है.
अमेरिका के न्यूयॉर्क से लेकर इराक के बगदाद तक सड़कें सुनसान हैं. ब्रिटेन से लेकर इटली तक हर जगह मौत का मातम है. दुनिया किसी विश्वयुद्ध की तरह एक वायरस से लड़ रही है. दुनिया भारी मंदी की तरफ बढ़ रही है. और इन सबके पीछे एक देश की सनक जिम्मेदार है. चीन ने हर क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता साबित करने के चक्कर में पूरी दुनिया को महामुसीब में डाल दिया है.
चीनी वैज्ञानिकों के 'पागलपन' से बना कोरोना
अमेरिका और तमाम दूसरे देश इस बात का दावा काफी पहले से कर रहे हैं लेकिन अब चीन के करीबी कहे जाने वाले रूस के वैज्ञानिक ने भी इस बात का दावा कर दिया है. दुनिया जिस कोरोना महामारी से जूझ रही है, उसकी इजाद चीन के वैज्ञानिकों ने अपने लैब में की है. ये रूस के मशहूर माइक्रोबायोलॉजिस्ट प्रोफेसर पीटर चुमाकोव हैं और प्रोफेसर चुमाकोव ने कोविड 19 की उत्पत्ति के बारे में जो बड़ा खुलासा किया है..उसके मुताबिक चीन के वैज्ञानिकों के पागलपन भरे प्रयोगों से कोरोना वायरस बन गया.
प्रोफेसर चुमाकोव के मुताबिक वुहान के वैज्ञानिक पी फोर लैब के अंदर अजीबोगरीब प्रयोग कर रहे थे. चीनी वैज्ञानिक वायरस की रोग पैदा करने की क्षमता को परख रहे थे. इस प्रयोग के दौरान उन्होंने जानबूझकर कोरोना वायरस बनाया. प्रोफेसर चुमकोव के मुताबिक वायरोलॉजी में अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए चीन के वैज्ञानिक लगातार प्रयोग करने में जुटे हुए थे. चीन की वुहान लैब में वैज्ञानिक पिछले 10 साल से अलग अलग तरीके के कोरोना वायरस को विकसित करने की कोशिश कर रही है. हो सकता है चीन ने कोरोना का विकास सिर्फ उनके रोग पैदा करने की क्षमता को परखने के लिए किया हो लेकिन ये तय है कि कोरोना वायरस को चीन से लैब में ही तैयार किया है.
ये तो पक्का है. सवाल ये भी उठता है आखिरकार चमगादड़ में पाया जाने वाले कोरोना वायरस में कैसे इस तरह के गुण पैदा हो गए कि वो इंसानों को संक्रमित करने लगा. प्रोफेसर चुमकोव ने इसका भी जवाब दिया है.
रूसी वैज्ञानिक प्रोफेसर चुमकोव का दावा
चीन वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस पर अजीब प्रयोग किए. कोरोना वायरस के अंदर कई चीजों को डाला गया. कोरोना वायरस के अंदर जीनोम डालकर प्रयोग किया गया. जीनोम से कोरोना इंसान को संक्रमित करने में सक्षम हो गया. यानी साफ है कोरोना वायरस तो चमगादड़ जैसे कई प्राणियों में पहले से पाया जाता है लेकिन इसमें इंसानों को संक्रमित करने का गुण पैदा करने वाले चीन के वैज्ञानिक हैं जिन्होंने पहले लैब के अंदर इंसानों को संक्रमित करने वाला वायरस तैयार किया. फिर लैब से लीक होकर ये वायरस पहले वुहान के वेट मार्केट पर फिर पूरी दुनिया में फैल गया.
रूस के बाद हम आपको कोरोना वायरस पर अमेरिका के दावे की जानकारी देते हैं. चीन माने या न माने कोरोना वायरस का जन्म चीन की सनक की वजह से ही हुआ है. एक अमेरिकन टीवी चैनल का यही दावा है. एक खुलासे के मुताबिक चीन ने अमेरिका को ताकत दिखाने के लिए लैब में कोरोना बनाया और वुहान लैब से लीक होकर कोरोना दुनिया में फैल गया.
वुहान लैब से कैसे लीक हुआ कोरोना:
- वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की पी-4 लैब से लीक हुआ कोरोना
- इस लैब में दुनिया भर के खतरनाक वायरस का परीक्षण होता है
- सबसे पहले वुहान लैब की एक इंटर्न कोरोना संक्रमित हुई
- इंटर्न से कोरोना वायरस का संक्रमण उसके दोस्त को हुआ
- इसके बाद कोरोना वायरस वुहान की WET मार्केट तक पहुंचा
- लॉकडाउन में देरी की वजह से वुहान से दुनिया में फैला कोरोना
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