ताइपे: चीन (China) में प्रांतीय सरकारों ने कोरोना वायरस (Corona Virus) की रोकथाम के लिए प्रायोगिक एवं स्वदेशी टीकों (Chinese Corona vaccine) के ‘ऑर्डर’ देने शुरू कर दिए हैं, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने अभी तक यह नहीं बताया है कि ये टीके कितने कारगर हैं या इन्हें देश के 143 करोड़ लोगों तक कैसे पहुंचाया जाएगा. चीन के विदेश मंत्री ने पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में कहा था कि कोरोना का टीका बनाने वाले उसके अंतिम परीक्षण को पूरा करने का काम बेहद तेजी से कर रहे हैं.


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कोरोना वैक्सीन की 1 अरब डोज का टारगेट
सरकारी मीडिया एजेंसी ‘शिन्हुआ’ के अनुसार उप-प्रधानमंत्री सुन चुनलान ने कहा, ‘हमें बड़े स्तर पर कोरोना वैक्सीन उत्पादन के लिए तैयार रहना चाहिए.’ स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहले कहा था कि चीन इस साल के अंत तक 61 करोड़ खुराकों का निर्माण कर लेगा और इसे अगले साल तक बढ़ाकर एक अरब किया जा सकता है. अंतिम मंजूरी ना मिलने के बावजूद चीन (China) में करीब 10 लाख स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य लोगों को आपात स्थिति में इस्तेमाल के प्रावधान के तहत कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का टीका लग चुका है.


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प्रांतीय सरकारों ने दिए वैक्सीन के ऑर्डर
जिआंगसू प्रांत की सरकार ने आपातकालीन उपयोग के लिए बुधवार को ‘सिनोवैक’ (Sinovac) और ‘सिनोफार्म’ (Sinopharm) से टीके की खरीद के लिए एक नोटिस जारी किया. पश्चिम में सिचुआन प्रांत के अधिकारियों ने भी सोमवार को घोषणा की थी कि वह टीके खरीद रही है.
हालांकि टीका बनाने वाली कंपनियों ने अभी तक यह नहीं बताया है कि ये टीके कितने असरदार होंगे या इनके संभावित दुष्प्रभाव क्या होंगे.


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इंडोनेशिया पहुंची चीनी Vaccine 'Sinovac' 
इस बीच, चीनी कम्पनी ‘सिनोवैक’ के कोविड-19 के टीके की 12 लाख खुराक रविवार को इंडोनेशिया (Indonesia) पहुंची. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा, ‘हम बहुत आभारी हैं. शुक्र है कि टीका अब मौजूद है, हम अब तुरंत कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं.’


बता दें कि चीन ने सिनोवैक बायोटेक लिमिटेड(Sinovac Biotech Ltd.) की कोरोना वैक्सीन को जुलाई में मंजूरी दी थी. चीन में दुनिया की करीब 19 फीसदी आबादी रहती है. इतनी बड़ी आबादी वाले देश के लिए प्रभावी वैक्सीन का इंतजाम करना चमत्कार से कम नहीं होगा. हांलाकि भारत की बात करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि देश में टीकाकरण का व्यापक अनुभव है और इस काम में दक्ष लोग मौजूद हैं इससे हर भारतीय को कोरोना वैक्सीन का टीका लगने में कोई परेशानी नहीं होगी. 


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