न्यूयॉर्क: कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण भारत में तेजी से बढ़ता जा रहा है और रोजाना रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं. कोविड-19 (Covid-19) का वायरस तेजी से अपना स्वरूप बदल रहा है और इसके नए-नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं. इस बीच सवाल उठ रहा है कि क्या नए वैरिएंट के खिलाफ वैक्सीन (Corona Vaccine) असरदार है. न्यूयॉर्क स्थित राकफेलर यूनिवसिर्टी की स्टडी में इस बात को लेकर खुलासा हुआ है.


वैक्सीन लगवा चुके लोगों पर किया गया शोध


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न्यूयॉर्क स्थित राकफेलर यूनिवसिर्टी के वैज्ञानिकों ने फाइजर/मार्डना (Pfizer/Moderna) का टीका लगा चुके 417 लोगों पर शोध किया है. इनमें से एक महिला टीके की दूसरी डोज लेने के 19 दिन बाद और दूसरी महिला 36 दिनों के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित हुईं. यह शोध न्यू इग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है.


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महिलाओं में मिली न्यूट्रीलाइजिंग एंटीबॉडीज


शोधकर्ताओं ने इन दो महिलाओं की जांच की और दोनों में पर्याप्त मात्रा में न्यूट्रीलाइजिंग एंटीबाडीज पाई गई. इसका मतलब है कि वैक्सीन सही काम कर रही. रिसर्च में यह भी पाया गया कि वैक्सीन यूके वैरिएंट एवं न्यूयॉर्क वैरिएंट के खिलाफ लड़ने में कारगर हैं.


महिलाओं में मिले कोरोना के ये वैरिएंट


इसके अलावा महिलाओं में कोरोना वायरस के वैरिएंट की जांच की गई और दोनों में अलग-अलग वैरिएंट पाए गए. एक महिला से मिले वायरस में E484 और दूसरी में T95I, DEL 142-144 व D 614G तीन म्यूटेशन पाए गए. वैज्ञानिकों ने इस नए वेरिएंट की जीनोम सिक्वेंसिंग की और उसके आधार पर जो आरंभिक नतीजा निकाला है. वह यह दर्शाता है कि ये वेरिएंट यूके एवं न्यूयॉर्क वैरिएंट के संयोजन का नतीजा है.


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