US NEWS: जो बाइडेन ने सुप्रीम कोर्ट के उस फ़ैसले को 'खतरनाक मिसाल' बताया है, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को क्रिमिनल प्रॉसिक्यूशन से आंशिक छूट दी गई है. बीबीसी के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस फैसले ने 'कानून के शासन' को कमजोर किया है और यह अमेरिकियों के लिए 'एक भयानक अन्याय' है. दूसरी तरफ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अदालत के फैसले से बेहद खुश है. उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए 'बड़ी जीत' बताया था.


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यूएस प्रेसिडेंट ने इस फैसले की एक्स पर भी आलोचना की. उन्होंने लिखा, 'हम में से हर कोई कानून के सामने बराबर है.  कोई भी इससे ऊपर नहीं है - यहां तक ​​कि राष्ट्रपति भी नहीं.  


 



राष्ट्रपति पद की प्रतिरक्षा पर आज के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ, अब राष्ट्रपति क्या कर सकते हैं, इस पर वास्तव में कोई सीमा नहीं रह गई है. यह एक नई, खतरनाक मिसाल है.'


क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला?
यूएस सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुकदमे से छूट से जुड़े केस को सुनवाई के लिए वापस निचली अदालत में भेज दिया.


इस कदम से ट्रंप के खिलाफ वाशिंगटन क्रिमिनल केस में सुनवाई लंबी खिंच सकती है. इससे यह संभावना समाप्त हो गई कि पूर्व राष्ट्रपति पर नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले केस चलाया जा सकता है.  बता दें ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार को पलटने की साजिश रची थी. रिपब्लिकन पार्टी के नेता ट्रंप ने इन आरोपों से इनकार किया है.


सुप्रीम कोर्ट ने की ये बेहद अहम टिप्पणी
जजों ने 6-3 के ऐतिहासिक फैसले में पहली बार कहा कि पूर्व राष्ट्रपतियों को उनके आधिकारिक कृत्यों के लिए मुकदमे से पूर्ण छूट है, लेकिन अनाधिकारिक कृत्यों के लिए कोई छूट नहीं है.  हालांकि, जजों ने निचली अदालत को आदेश दिया कि वे यह तय करे कि ट्रंप के मामले में निर्णय को कैसे लागू किया जाए.


'अमेरिका में कोई राजा नहीं है'
सोमवार को देर रात एक टेलीविजन बयान में, राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, 'इस राष्ट्र की स्थापना इस सिद्धांत पर की गई थी कि अमेरिका में कोई राजा नहीं है.  हम में से प्रत्येक कानून के सामने बराबर है.  कोई भी, कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति भी नहीं. "


यूएस प्रेसिडेंट ने कहा, 'आज के [अदालत] निर्णय का निश्चित रूप से मतलब है कि राष्ट्रपति क्या कर सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है.'


जो बाइडेन ने कहा, 'जिस व्यक्ति ने उस भीड़ को यूएस कैपिटल में भेजा था, उस दिन जो कुछ हुआ उसके लिए उसे संभावित आपराधिक सजा का सामना करना पड़ रहा है.  अमेरिकी लोगों को आगामी चुनाव से पहले अदालतों से जवाब मिलना चाहिए.  अब, आज के [अदालत] फैसले के कारण, यह अत्यधिक, असंभव है.'