सकारात्मक कदमों के बावजूद अमेरिका ने भारत को ‘IP निगरानी सूची’ में रखा
अमेरिका ने बौद्धिक संपदा (आईपी) रूपरेखा को लेकर ‘उल्लेखनीय सुधारों के अभाव’ में भारत को आज अपनी प्राथमिकता वाली ‘निगरानी सूची’ में बरकरार रखा। भारत सरकार द्वारा बीते दो साल में बौद्धिक संपदा संरक्षा व प्रवर्तन के संबंध में उठाए गए सकारात्मक कदमों के बावजूद अमेरिका ने भारत को अपनी इस निगरानी सूची में बनाए रखा है।
वॉशिंगटन: अमेरिका ने बौद्धिक संपदा (आईपी) रूपरेखा को लेकर ‘उल्लेखनीय सुधारों के अभाव’ में भारत को आज अपनी प्राथमिकता वाली ‘निगरानी सूची’ में बरकरार रखा। भारत सरकार द्वारा बीते दो साल में बौद्धिक संपदा संरक्षा व प्रवर्तन के संबंध में उठाए गए सकारात्मक कदमों के बावजूद अमेरिका ने भारत को अपनी इस निगरानी सूची में बनाए रखा है।
अमेरिका ने यहां अपनी सालाना ‘301 रिपोर्ट’ जारी करते हुए कहा है कि वह भारत व चीनी को बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) के लिए अपनी प्राथमिकता वाली ‘निगरानी सूची’ में ही बनाए रखेगा। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) के कार्यालय ने अपनी सालाना रपट में कहा है कि पाकिस्तान को इस लिहाज से हालांकि अद्यतन कर ‘प्राथमिकता वाली निगरानी सूची’ से ‘निगरानी सूची’ में किया गया है। रपट में कहा गया है,‘ भारत सरकार द्वारा आईपीआर संरक्षण व प्रवर्तन के लिए उठाए गए सकारात्मक कदमों व मजबूत भागीदारी के बावजूद भारत इस साल प्राथमिकता वाली निगरानी सूची में बना रहेगा क्योंकि आईपीआर रूपरेखा को लेकर उल्लेखनीय सुधारों का अभाव है।’