रियाद : सऊदी अरब में चुनाव में पहली बार महिलाएं मतदाता और प्रत्याशी के रूप में शनिवार को मतदान में हिस्सा ली। यह लैंगिक आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव कम करने की दिशा में एक अहम कदम है।


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पहली बार महिलाओं को नगर पालिकाओं में उम्मीदवार के रूप में खड़ा होने का मौका दिया गया है जो देश का एकमात्र निर्वाचित सदन है। सऊदी अरब में राजशाही है और यहां महिलाओं के वाहन चलाने पर प्रतिबंध है और उन्हें सार्वजनिक स्थलों पर खुद को सिर से पैर तक ढक कर रखना होता है। यह अंतिम देश है जहां पर सिर्फ पुरूषों को मतदान करने की इजाजत है।


नगर पालिका परिषद् की सीटों पर 900 से ज्यादा महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। वह तकरीबन 6000 पुरूषों से हाथ आजमा रही हैं। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें कई अडचनें पार करनी पड़ी है। सार्वजनिक सुविधाओं में लैंगिक विलगाव लागू है जिसका मतलब यह हुआ कि अपने चुनाव प्रचार के दौरान महिला उम्मीदवार पुरूष मतदाताओं से संपर्क नहीं कर सकती।


इसके तहत सऊदी अरब में पुरूष और महिलाएं अलग अलग मतदान करते हैं। उनके मतदान केन्द्र अलग अलग हैं।