Indian Space Mission News:  भारत के बारे में वैश्विक स्तर पर आम धारणा होती थी जो देश जमीन पर सड़कें ना बना पा रहा हो वो स्पेस जगत में क्या करेगा. हालांकि यह बात अब पूरी तरह गलत साबित हो चुती है. अगर स्पेस में भारत की कामयाबी की बात करें तो अब हम विदेशी सैटेलाइट्स को स्पेस में ले जाने में सक्षम है. यही नहीं 23 अगस्त 2023 का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ जब चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3 mission)सटीक तरीके से चांद के उस छोर पर उतरा जहां कोई उतर नहीं पाया था. भारत की इस कामयाबी पर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन(international space station) के पूर्व कमांडर क्रिस हैडफील्ड ने खास अंदाज में पेश किया.


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इस तरह भारत ने रचा इतिहास


क्रिस हैडफील्ड ने कहा कि चंद्रयान 3 की कामयाबी के बाद आदित्य एल 1(aditya l 1 mission) का लांच किया जाना भारत की ताकत की कहानी बयां करता है. आज दुनिया के हर कोने में लोग तकनीक पर जोर दे रहे हैं. आदित्य एल 1 मिशन पर उनका कहना है कि आप खुद फर्ज करें कि जो चीज खतरनाकर साबित होने वाली हो और उसके बारे में अध्ययन ना सिर्फ आपको बल्कि दूसरे लोगों को भी फायदा पहुंचाता है. भारत इस समय वही काम तो कर रहा है. यह संपूर्ण मानवता के लिए बेहतरीन कदम है. हालांकि हमे यह देखना होगा कि धरती की कक्षा और उससे बाहर हम हजारों की संख्या में सैटेलाइट्स का जमावड़ा करते जा रहे हैं.




आईएसएस के पूर्व कमांडर ने कही बड़ी बात


हैडफील्ड के मुताबिक जिस तरह से तकनीक के जरिए अब सभी घरों में बिजली है, व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए संचार की व्यवस्था है. ठीक वैसे ही बाह्य अंतरिक्ष में तारों की जटिल संरचना को समझने का प्रयास ना सिर्फ किसी एक देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए फायदेमंद है.हैडफील्ड ने कहा कि चंद्रयान 3 की कामयाबी ने भारतीय मेधा और तकनीक को दुनिया के सामने ताकत के तौर पर पेश किया है. मिशन चंद्रयान ना सिर्फ भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण साबित हुआ बल्कि दुनिया के लिए ऐतिहासिक था. 
 




आदित्य एल 1 मिशन सिर्फ भारत का नहीं


आदित्य एल 1 मिशन के बारे में आप इसे ऐसे देखिए सूरज के करीब पहुंचना या उसके बारे में जानकारी हासिल करना अपने आप में बड़ी सोच और समझ की झलक है. यह ना सिर्फ भारतीयों के लिए उदाहरण है बल्कि दुनिया के सामने भारत अपनी ताकत का अहसास करा रहा है. अगर आप भारतीय स्पेस बजट को देखें तो पूरे बजट का सिर्फ एक फीसद खर्च बड़ा आश्चर्य है. दुनिया में दूसरे मुल्क जहां बेतहाशा स्पेस मिशन पर पैसे खर्च कर रहे हैं वहीं कम बजट में बड़े स्पेस मिशन को उतारना कम बड़ी बात नहीं है.