France News: फ्रांस के द्वीप में क्यों भड़का है लोगों का गुस्सा? 3 दिनों से हिंसा जारी, मांग रहे `देश` की आजादी
France News in Hindi: फ्रांस के मेनलैंड से हजारों किमी दूर उसके एक द्वीप पर लोगों का गुस्सा जमकर भड़का हुआ है. वे द्वीप पर जगह जगह दंगे-फसाद कर रहे हैं और आजादी के नारे लगा रहे हैं. आखिर वे इतने भड़के हुए क्यों हैं.
New Caledonia Protest Reason: फ्रांस की मुख्य भूमि से करीब 17 हजार किमी दूर उसका एक टापू पिछले कई दिनों से हिंसा की आग में जल रहा है. फ्रांस का New Caledonia द्वीप दंगे की चपेट में है. पिछले तीन दिन से इस द्वीप पर लगातार हिंसा हो रही है. इस द्वीप पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कई कारों और घरों में आग लगा दी है. तीन दिन की हिंसा में अब तक इस New Caledonia द्वीप पर 5 लोगों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने अब तक 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है. इस द्वीप पर हालात इतने खराब है कि यहां फ्रांस सरकार को सेना को उतारना पड़ा है. इस द्वीप पर फ्रांस सरकार ने इमरजेंसी लगा दी है.
पिछले 171 सालों से फ्रांस का कब्जा
फ्रांस के एक आइलैंड न्यू कैलेडोनिया में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. इस द्वीप पर पिछले 171 सालों से फ्रांस का कब्जा है. पर अब वहां फ्रांस के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन और दंगे हो रहे हैं. जिसमें 300 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. वहां प्रदर्शनकारियों ने शहर में दुकानों को लूटा और कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया.
मैक्रों ने लगाया 12 दिनों का आपातकाल
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने खुद इसकी जानकारी दी है और वहां 12 दिनों का आपातकाल लगा दिया गया है और इस दौरान किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है. पुलिस ने अबतक 130 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.
इस हिंसा की वजह क्या है?
नक्शे पर देखकर ये पूरा मामला समझिए फ्रांस से करीब 17 हजार किलोमीटर दूर प्रशांत महासागर में न्यू कैलेडोनिया आइलैंड मौजूद है. ये ऑस्ट्रेलिया के करीब है लेकिन इस पर साल 1853 से फ्रांस का कब्जा है. फ्रांस की मीडिया के मुताबिक मैक्रों सरकार ने न्यू कैलेडोनिया में फ्रांस से जाकर बसे लोगों को भी वोटिंग का अधिकार दिया है.
मूल निवासियों ने शुरू किया विरोध
इस फ़ैसले के बाद वोटर लिस्ट में बड़े बदलाव होंगे, जिससे टापू पर फ़्रांस सरकार की पकड़ और मजबूत हो जाएगी. इसके बाद न्यू कैलेडोनिया के मूल निवासियों ने विरोध शुरु कर दिया..इसकी तुलना पीओके से हो रही है. ठीक इसी तरह से पीओके की जनता भी पाकिस्तानी कब्जे का विरोध कर रही है.
लोगों ने शुरू की आजादी की जंग
प्रदर्शनकारी फ्रांस सरकार के इसी बिल का विरोध कर रहे है. जिसको लेकर पिछले तीन दिन से New Caledonia द्वीप पर आग लगी हुई है. प्रदर्शनकारी कह रहे हैं कि वो फ्रांस के साथ नहीं रहना चाहते. इन दंगों का असर अब पडोसी देश ऑस्ट्रेलिया पर भी दिखने लगा है. ऑस्ट्रेलिया की विदेश मामलों की मंत्री पेनी वोंग ने लोगों से अपील की है कि वो न्यू कैलेडोनिया न जाएं.