India में बढ़ती Corona की रफ्तार से दुनिया को मिलने वाली Vaccine में होगी कटौती, Gavi Chief ने जताई चिंता
ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन्स एंड इम्युनाइजेशन (GAVI) प्रमुख ने कहा कि भारत विकासशील देशों के लिए टीकों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है. भारत में कोरोना की रफ्तार तेज हो गई है, जिस वजह से सरकार ने टीकाकरण तेज कर दिया है. इसका अर्थ है कि दुनिया के बाकी हिस्सों को अब कम वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी.
वॉशिंगटन: कोरोना (Coronavirus) महामारी के बढ़ते प्रकोप के चलते भारत (India) से दूसरे देशों को मिलने वाली वैक्सीन (Vaccine) में कटौती हो सकती है. ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन्स एंड इम्युनाइजेशन (GAVI) के प्रमुख सेठ बर्कले (Seth Berkley) का कहना है कि भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज हो गई है. ऐसे में यह संभव है कि भारत कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की सीमित मात्रा ही दुनिया को उपलब्ध कराए. बता दें कि देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
90 Million Doses की थी उम्मीद
GAVI प्रमुख ने सीबीएस न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत विकासशील देशों के लिए टीकों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है. अभी भारत में कोरोना की नई लहर चल रही है. जिस वजह से सरकार ने टीकाकरण अभियान तेज कर दिया है और उसे अधिक खुराक की आवश्यकता. जिसका अर्थ है कि दुनिया के बाकी हिस्सों को अब कम वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी. सेठ बर्कले ने आगे कहा कि हमें मार्च और अप्रैल में लगभग 90 मिलियन खुराक की उम्मीद थी, लेकिन अब इसमें संदेह है और यही सबसे बड़ी समस्या है.
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अब Wealthy Countries से आस
सेठ बर्कले ने कहा कि भारत से वैक्सीन की आपूर्ति बाधित होना झटका जरूर है, लेकिन हम विकसित देशों की तरफ भी देख रहे हैं. क्योंकि उन्होंने अपनी जनसंख्या के बड़े हिस्से को कवर करने की शुरुआत कर दी है. ऐसे में वो दुनिया के लिए वैक्सीन उपलब्ध करा सकते हैं. GAVI प्रमुख ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि विकसित देश अपनी कोरोना वैक्सीन दुनिया के बाकी हिस्सों को उपलब्ध कराना शुरू कर देंगे, वे भी जिनका वह इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, अमेरिका में न केवल Moderna, Pfizer और J&J की वैक्सीन हैं, बल्कि वहां Novavax और AstraZeneca के टीके भी उपलब्ध हैं’.
यह है सबसे बड़ी चुनौती
बर्कले ने कहा कि मौजूदा वक्त में सबसे बड़ी चुनौती वैक्सीन तक पहुंच की है. उन्होंने कहा कि हमने दो अरब से अधिक खुराक का ऑर्डर दिया है, लेकिन उनमें से अधिकांश हमें साल की दूसरी छमाही में मिलेगा. इसलिए पहली छमाही हमारे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है. यदि हमें अधिक डोज मिल पातीं, तो हम उन्हें ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद देशों तक पहुंचा पाते. एक सवाल के जवाब में बर्कले ने कहा कि अमेरिका ने वैक्सीन निर्माण पर काफी काम किया है. उसकी घरेलू जरूरतें पूरी होने के बाद दुनिया को इसका लाभ मिलना तय है. हमारा लक्ष्य है इस साल के अंत तक कोरोना महामारी को रोकना, जो वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है.
कई देशों को भारत ने दी है Vaccine
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन (V Muraleedharan) ने पिछले महीने बताया था कि भारत ने विभिन्न देशों को कोरोना वैक्सीन की 481 लाख से अधिक खुराक प्रदान की हैं, जिसमें से 73.5 लाख अनुदान सहायता के रूप में, 288.4 लाख वाणिज्यिक आधार पर और 119.16 लाख खुराक COVAX के लिए प्रदान की गई हैं. इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार के आंकड़ों के मुताबिक, देश में एक दिन में 1,03,558 नए केस दर्ज किए गए. इनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र (57,074) से हैं. यह पहली बार है जब एक दिन में इतने मामले दर्ज किए गए हैं.