Israel War Explainer: हमास ही नहीं इजरायल पर अटैक के पीछे है `3H` का दिमाग, जिसने मिडल-ईस्ट को जंग में झोंका
Israel-Hamas Conflict: 3H के पास रॉकेट, मिसाइलों, एंटी-टैंक मिसाइलों और एयर डिफेंस सिस्टम जैसे विध्वंसक हथियार हैं. ऐसे में जमीन से लेकर आसमान और समंदर में एक साथ निगरानी और मुकाबला इजरायल के लिए आसान नहीं है.
Attack On Israel: दुनिया को युद्ध में झोंकने और इजरायल (Israel) पर हमले के पीछे 3H आतंकियों का दिमाग दौड़ रहा है. लेबनान की ओर से हिजबुल्लाह और यमन की ओर से हूती, हमास के भी ज्यादा खतरनाक हमले कर रहे हैं. इनकी दहशत युद्ध के दो हफ्ते बाद इतनी बढ़ गई है कि दक्षिणी लेबनान ने सटे किर्यत शमोना शहर को इजरायल पूरी तरह से खाली करा रहा है, क्योंकि हिजबुल्ला की ओर से यहां भीषण बमबारी की जा रही है. इजरायल पर 3H का टेरर मंडरा रहा है. 3H का मतलब हमास, हिजबुल्ला और हूती हैं. ये तीनों विध्वंसक आतंकी संगठन इजरायल के शहरों पर जमकर हमले कर रहे हैं.
इजरायल पर 3H का वार
बता दें कि इजरायल को एक ओर जहां ग्लोबल सपोर्ट मिल रहा है तो वहीं अब उसकी सीमा के चारों ओर से चौतरफा वार भी शुरू हो गया है. इजरायल पर आतंक की तिकड़ी भीषण बमबारी कर रही है. पहले इजरायल पर हमास ने हमला किया. फिर लेबनान से हिजबुल्लाह ने रॉकेट दागे और अब यमन के हूती विद्रोहियों ने भी समंदर के रास्ते इजरायल को निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
3H के पीछे है किसका दिमाग?
जान लें कि 3H के खूंखार आतंकी संगठनों के पीछे ईरान का चेहरा है, जिसे इजरायल की खुफिया सिस्टम भांपने में फेल हो गई और विनाशकारी नतीजा सामने हैं. लेकिन इजरायल पर बड़े खतरे को रोकने के लिए अमेरिका उसके साथ खड़ा है. समंदर में हूती विद्रोहियों के हमले को अमेरिका ने फेल कर दिया. अमेरिका ने लाल सागर में तैनात वॉरशिप USS कार्नी से ना सिर्फ हूती विद्रोहियों के 3 मिसाइलों को रोका बल्कि यमन के उत्तर की ओर से इजरायल की ओर बढ़ रहे कई ड्रोन भी मार गिराए.
यमन से इजरायल पर कौन कर रहा हमला?
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उत्तरी लाल सागर में USS कार्नी ने 3 मिसाइल और कई ड्रोन को रोका, जो यमन की ओर से आगे बढ़ रहे थे. हम इस क्षेत्र में अपने सहयोगियों और अपनी रक्षा के लिए हर कड़े कदम उठाने को तैयार हैं. इस एक्शन में अमेरिका को कोई भी हताहत नहीं हुआ और ना ही जमीन पर हमारे जानने वाले नागरिक को नुकसान पहुंचा.
हिजबुल्लाह की चुनौती नहीं है आसान
गौरतलब है कि एक ओर जहां यमन के हूती विद्रोहियों को इजरायल तक पहुंचने में अमेरिका समंदर में शील्ड की तरह डटा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर इजरायल ने लेबनान सीमा के पास बसे अपने नागरिकों को हिजबुल्लाह आतंकियों के हमलों से बचाने की कवायद तेज कर दी है. इसके लिए इजरायल किर्यत शमोना शहर को पूरी तरह से खाली करा रहा है.
दरअसल, इजरायल एक तरफ हमास और दूसरी तरफ लेबनान समर्थित आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह से जूझ रहा है. फिलिस्तीन और हमास का समर्थन कर रहा हिज्बुल्लाह लगातार इजरायल पर रॉकेट हमले कर रहा है. उसने ताजा हमला लेबनान की सीमा से नॉर्थ इजरायल के रिहायशी इलाके पर किया, जिसके बाद वहां आग और धुंए का गुबार दिखा. 130 किलोमीटर लंबे इजरायल-लेबनान बॉर्डर पर दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग हो रही है. इजरायली सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट ने ब्लू लाइन के उस पार जमकर गोलीबारी की तो उसके जवाब में लेबनान की सेना और हिज्बुल्लाह आतंकियों ने भी फायरिंग की, जिसके बाद एहतियातन इलाका खाली किया जा रहा है.
बता दें कि इजरायल की चुनौती 3H से निपटने की है क्योंकि हिजबुल्लाह, इजरायल के उत्तर में है तो हमास गाजा पट्टी में एक्टिव है. हूती विद्रोही समंदर के रास्ते उसको टारगेट कर रहे हैं. इन तीनों के पास रॉकेट, मिसाइलों, एंटी-टैंक मिसाइलों और एयर डिफेंस सिस्टम जैसे विध्वंसक हथियार हैं. ऐसे में ज़मीन से लेकर आसमान और समंदर में एक साथ निगरानी और मुकाबला आसान नहीं है.