सीरिया में हिजबुल्लाह की एंट्री, होम्स शहर को बचाने में करेगा मदद, कहा- अकेले नहीं छोड़ेंगे
सीरिया में जारी जंग में अब हिजबुल्लाह की भी एंट्री हो गई है. हिजबुल्लाह ने कहा है कि वो सीरिया के साथ खड़ा हुआ है. हिजबुल्लाह के महासचिव नईम कासिम ने वादा किया है कि लेबनानी समूह सीरियाई सरकार के साथ खड़ा रहेगा.
सीरिया के दक्षिणी शहर दारा पर विद्रोहियों ने शनिवार को कब्जा कर लिया. अब दावा किया जा रहा है कि विद्रोहियों की नजर होम्स शहर पर है लेकिन उससे पहले हिजबुल्लाह की सीरिया में एंट्री हो गई है. हिजबुल्लाह के महासचिव नईम कासिम ने वादा किया है कि लेबनानी समूह सीरियाई सरकार के साथ खड़ा रहेगा. इसके अलावा ईरान के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि ईरान सीरिया में मिसाइल, ड्रोन और अधिक सलाहकार भेजेगा, क्योंकि विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती के रूप में होम्स शहर की तरफ अपनी नजरें गाड़नी शुरू कर दी हैं.
कासिम ने गुरुवार को कहा,'पिछले दिनों में उन्होंने जो कुछ भी किया है, उसके बावजूद वे अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएंगे और हम हिजबुल्लाह के रूप में इस आक्रामकता के लक्ष्यों को नाकाम करने में सीरिया के साथ रहेंगे.' इस दौरान कासिम ने एक बार फिर अमेरिका और इजरायल को घेरते हुए कहा,'यह सब अमेरिका और इज़राइल की शह के साथ हो रहा है.' हालांकि कासिम ने यह जानकारी नहीं दी कि हिजबुल्लाह सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद का किस तरह से समर्थन करेगा, लेकिन कहा कि ईरान-गठबंधन समूह वह करेगा जो वह कर सकता है.
होम्स पर कब्जे की तैयारी
होम्स पर कब्ज़ा करने से राजधानी दमिश्क तट से कट जाएगी, जो असद के अल्पसंख्यक अलावी संप्रदाय का लंबे समय से गढ़ रहा है और जहां उनके रूसी सहयोगियों का एक नौसैनिक अड्डा और हवाई अड्डा है. विद्रोही सेनाएं अपने उत्तर-पश्चिमी इदलिब गढ़ से बाहर निकल आई हैं और 13 साल पहले असद के खिलाफ़ सड़क पर विद्रोह के बाद से दोनों पक्षों की तरफ से सबसे तेज़ जंग में आगे बढ़ रही हैं. असद ने प्रमुख सहयोगियों - रूस, ईरान और लेबनान के हिज़्बुल्लाह के बचाव में आने के बाद सीरिया के ज्यादातर हिस्से पर फिर से कंट्रोल हासिल कर लिया, लेकिन हाल ही में सभी अन्य संकटों की वजह से कमज़ोर हो गए हैं.
दारा शहर पर भी हुआ कब्जा
इससे पहले दारा शहर पर भी कब्जा कर लिया था. यह शहर जॉर्डन की सरहद से लगे सीरियाई राज्य की राजधानी है. दारा शहर की जनसंख्या 1 लाख के करीब है. यही वो शहर था जहां पर 13 वर्ष पहले असद सरकार के खिलाफ यहीं से विद्रोह की शुरुआत हुई थी. दारा शहर सीरिया के लिए एक ऐतिहासिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर है. इसे सीरिया के सबसे पुराने शहरों में से एक माना जाता है और यह बाइबिल, रोमन और इस्लामी इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है.