केप कैनवरा: मौसम के साथ ना देने की वजह से निजी कंपनी स्पेस एक्स (SpaceX) के स्पेसक्राफ्ट का प्रक्षेपण टल गया है. इसे आर्बिट में नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को भी साथ ले जाना था, लेकिन बारिश, बादलों और आसमान में बिजली चमकने की वजह से इस मिशन को लॉन्चिंग से 17 मिनट पहले रोकना पड़ा. इसका प्रक्षेपण अब शनिवार को होगा. इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब कोई  निजी कंपनी अंतरिक्ष में पहली बार मानव को लेकर जाएगी.  


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स्पेस एक्स कंपनी ने ही इस अंतरिक्षयान का निर्माण किया है. इसे बुधवार दोपहर को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से लॉन्च किया जाना था. लेकिन खराब मौसम की वजह से ऐसा नहीं हो सका. निजी कंपनी का यह अंतरिक्षयान अगर अतंरिक्षयात्रियों को ले जाने में सफल रहा तो इससे कमर्शियल स्पेस फ्लाइट की दिशा में नए युग की शुरुआत होगी. बुधवार को यह  इतिहास रचने से रह गया क्योंकि तूफानी मौसम की वजह से वातावरण इतना खराब था कि नासा के अंतरिक्षयात्रियों डग हर्ले और बॉब बेनकेन खतरे में पड़ सकते थे. नासा एडमिनिस्ट्रेशन ने ट्वीट कर मिशन को टाले जाने की सूचना दी. नासा ने ट्वीट कर कहा कि आज लॉन्चिंग नहीं होगी. हमारे क्रू मेंबर की सुरक्षा उच्च प्राथमिकता में है.


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अंतरिक्षयान को उसी जगह से लॉन्च किया जाना था,  जहां से पचास साल पहले अपोलो मून मिशन लॉन्च किया गया था. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपित माइक पेंस भी इस ऐतिहासिक घटना का गवाह बनने आए थे. यह मिशन स्पेस एक्स के फाउंडर एलन मस्क का ड्रीम प्रोजेक्ट है. यदि इस स्पेसक्राफ्ट की लॉन्चिंग हो जाती तो करीब एक दशक बाद अमेरिका की धरती से अंतरिक्षयात्रियों को भेजने की एक और उपलब्धि जुड़ जाती. नासा की तरफ से कहा गया कि वर्ष 2011 के बाद हम पहली बार अमेरिकी धरती से, अमेरिकी रॉकेट से अमेरिकी अंतरिक्षयात्रियों को भेजने वाले हैं.


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इसकी लॉन्चिंग उस समय की जा रही है जब कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका बेहाल है.  कोरोना ने अमेरिका में करीब एक लाख लोगों की जान ले ली है. ऐसे में यह मिशन लोगों में आशा का संचार करेगा.   एलन मस्क ने कहा कि यह अनूठा पल होगा. सभी लोगों की इस पर नजर है. भविष्य वर्तमान से कहीं अधिक सुंदर और चमकीला  है. मुझे उम्मीद है कि इससे दुनिया को प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने कहा कि मेरी जिम्मेदारी उस समय और बढ़ गई जब मैंने  लॉन्चिंग से पहले एस्ट्रोनॉट्स के परिवार को देखा. मैंने उनके बच्चों से कहा कि सबकुछ अच्छा होगा, आपके डैड निश्चित रूप से वापस आएंगे.  गौरतलब है कि इस मिशन को 17 लाख से ज्यादा लोग ऑनलाइन देख रहे थे. बारिश और महामारी को दरकिनार कर लोग इस मिशन को देखने पहुंचे थे.