Khalistan Movement: भारत के विदेश मंत्रालय ने कनाडा (Canada) को सलाह दी है कि वो अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि की चिंता करे क्योंकि कनाडा आतंकवादियों (Terrorists) के लिए एक सुरक्षित ठिकाना बनता जा रहा है. यानी जिस तरह पाकिस्तान (Paksitan) भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले आतंकियों को पनाह देता है उसी तरह कनाडा भी भारत विरोधी साजिश रचने वाले खालिस्तानी आतंकियों (Khalistani Terrorists) को समर्थन देता है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के पास कनाडा में जमे खालिस्तानी आतंकियों और ISI के गठजोड़ का पूरा सबूत है. ये कहना इसलिए भी गलत नहीं होगा क्योंकि जिस तरह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री आतंकवादियों को देशभक्त बताते रहे हैं, उसी तरह कनाडा के प्रधानमंत्री खालिस्तानी आतंकियों को अपने देश का नागरिक बताकर उसकी सुरक्षा के लिए भारत से भिड़ गए.


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आतंकियों का सुरक्षित पनाहगार बना कनाडा


भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अगर आप प्रतिष्ठित मुद्दों और प्रतिष्ठा को नुकसान के बारे में बात कर रहे हैं, अगर कोई देश है जिसे इस पर ध्यान देने की जरूरत है, तो मुझे लगता है कि वो कनाडा है. आतंकवादियों, चरमपंथियों और संगठित अपराध के लिए एक सुरक्षित पनाहगार के रूप में उसकी छवि बनी है. कनाडा ऐसा देश है जिसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में चिंता करने की जरूरत है.


पाकिस्तान के रास्ते पर चल रहा कनाडा


गौरतलब है कि अब कनाडा को नया आतंकिस्तान कहा जा रहा है तो इसके पीछे खास और ठोस वजह मौजूद हैं. आप जरा भारत विरोधी पाकिस्तान का चेहरा याद कीजिए. मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद, हिजबुल का सरगना सैयद सलाहुद्दीन, मुंबई के 1993 सीरियल धमाकों का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम एक के बाद एक आपको दर्जनों ऐसे आतंकवादी मिलेंगे जिसे पाकिस्तान सालों से पाल रहा है.


कनाडा में मौजूद आतंकियों की है लंबी लिस्ट


अब यही हाल कनाडा का होता जा रहा है. कनाडा में आराम फरमा रहे आतंकियों की लिस्ट लंबी होती जा रही है. ये वो आतंकी हैं जो लंबे समय से भारतीय जांच एजेंसियों की रडार पर हैं. गुरुवार को मारा गया खालिस्तानी आतंकी सुखदूल सिंह सुक्खा, पंजाब का रहने वाला गैंगस्टर लखबीर सिंह, खतरनाक गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग का सदस्य रहा गोल्डी बराड़, कनाडा में कम से कम ऐसे 20 गैंगस्टर को शरण मिली हुई है जो भारत सरकार के लिए वांटेड हैं.


कनाडा में बनी गैंगवॉर की स्थिति


आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या को लेकर जिस तरह कनाडा के पीएम ट्रूडो ने बेतुका बनाया दिया, उसके बाद मामला बिगड़ा है. भारत ने अगले आदेश तक कनाडा के नागरिकों को भारत का वीजा देने पर भी रोक लगा दी है. लेकिन पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि इन आतंकियों में गैंगवॉर जैसी स्थिति बन गई है. कनाडा मामलों के कई जानकार बताते हैं कि ये वांटेड आपस में एक-दूसरे की जान के प्यासे हो चुके हैं. गुरुवार को जिस खालिस्तानी आतंकी की हत्या की खबर आई उसकी जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग ने ली है.


खालिस्तानियों के आगे लाचार कनाडा


पाकिस्तान में लंबे वक्त से चले आ रहे हालात और अब कनाडा में तेजी से बदल रही परिस्थियों की तुलना एक बार फिर से कीजिए. आप इस बात पर यकीन करने को तैयार हो जाएंगे कि कनाडा, पाकिस्तान की राह पर है. पहले पाकिस्तान ने आतंकियों को ठिकाना दिया लेकिन अब वो आतंकियों के आगे लाचार है. पाकिस्तान की सियासत में आतंकी आकाओं का सिक्का चलता है. सत्ता चाहे जिसे मिले हुकूमत आतंकियों की ही चलती है. इसी तरह, कनाडा लंबे अरसे से भारत विरोधियों को पनाह देता आ रहा है. लेकिन कनाडा के लोगों के लिए ये यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि ट्रूडो अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए खालिस्तानियों का साथ ले रहे हैं. इसी का नतीजा है कि कनाडा अब खालिस्तानी आतंकियों और गैंगस्टर्स का गढ़ बन गया है.