Indian student attacked in Chicago: अमेरिका की इंडियाना वेस्ले यूनिवर्सिटी से आईटी में मास्टर्स कर रहे हैदराबाद के रहने वाले सैयद मजाहिर अली को शिकागो में चार लोगों ने बुरी तरह पीटने के बाद लूट लिया. हमलावरों ने उसका मोबाइल भी छीन लिया. चार फरवरी को हुए इस हमले में भारतीय छात्र की हालत गंभीर है. वो मेंटल ट्रॉमा में है और उसे फौरन मदद की जरूरत है. ग्रेटर हैदराबाद म्युनिशिपल कॉर्पोरेशन के पूर्व पार्षद और मजलिस बचाओ तहरीक के प्रवक्ता अमजद उल्लाह खान ने इस घटना से जुड़े वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिका स्थिति इंडियन एंबैसी से मदद की गुहार लगाई गई है. 


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पीड़ित छात्र का वीडियो सामने आया


अमेरिका के शिकागो में भारतीय छात्र पर हुए हमले का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. दरअसल सवाल ये उठ रहा है कि भारतीय छात्रों को अमेरिका में किसकी शय पर निशाना बनाया जा रहा है? लूट के इरादे से हुए इस हमले  के बाद अब पीड़ित छात्र ने वीडियो जारी कर मदद की अपील की है. इस वीडियो में वो खून से लथपथ दिख रहा है. दूसरा वीडियो सीसीटीवी फुटेज है जो हैरान करने वाला है. उसमें देखा जा सकता है कि छात्र सामान लेकर रास्ते पर जा रहा था. तभी अचानक 3 लोग उसका पीछा करने लगते हैं. अचानक वो उन्हें देखता है और आगे की ओर भागना शुरू कर देता है. वो तीन लोग भी उसका पीछा करते हुए उसकी ओर भागते हैं.



हेट क्राइम में इजाफा


अमेरिका में बीते कुछ दिनों में भारतीयों पर हुए हमले की बात करें तो अलग-अलग शहरों में भारतीयों को निशाना बनाया जा रहा है.


29 जनवरी: जॉर्जिया में भारतीय छात्र विवेक सैनी की एक स्टोर के अंदर हत्या कर दी गई. विवेक सैनी, जॉर्जिया के लिथोनिया में MBA कर रहे थे. वो एक स्टोर में पार्टटाइम जॉब करते थे. उन्होंने एक बेघर अमेरिकी शख्स जूलियन फॉल्कनर को शरण दीय थी. सैनी ने हमलावर को चिप्स, पानी और जैकेट तक दी थी. 16 जनवरी को, सैनी ने उसे फ्री में खाना देने से इनकार कर दिया. भड़के आरोपी ने उसे मार दिया.


30 जनवरी: अमेरिका के पर्ड्यू विश्वविद्यालय के छात्र नील आचार्य कई दिनों तक लापता थे, जिन्हें बाद में मृत पाया गया था.

2 फरवरी: ओहियो में भारतीय छात्र श्रेयस रेड्डी की डेडबॉडी मिली थी, उनकी मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल सका है.


एक अन्य भारतीय छात्र, अकुल धवन, इस साल जनवरी में इलिनोइस विश्वविद्यालय अर्बाना-शैंपेन (UIUC) के बाहर मृत पाए गए थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी मौत हाइपोथर्मिया से हुई. हालांकि, अकुल धवन के लापता होने की सूचना के बाद धवन के माता-पिता ने यूनिवर्सिटी के पुलिस विभाग पर लापरवाही और निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी.


भारतीयों पर हो रहे हमलों को लेकर अमेरिका में दूसरे देश के नागरिकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. अब देखना होगा कि बाइडेन सरकार भारतीयों की सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाती है.


पत्नी ने की सरकार से मदद की अपील


वहीं, इस मामले की गंभीरता को देखते हुए हैदराबाद में रहने वाले पीड़ित छात्र के परिजनों ने केंद्र सरकार से फौरन मदद की अपील की है. वहीं पीड़ित छात्र की पत्नी ने सरकार से अमेरिका जाने की इजाजत मांगी है. शिकागो में हैदराबाद के छात्र मजाहिर अली का पीछा कर हमला करने के बाद उनकी पत्नी ने कहा, 'उनकी हालत गंभीर है. वहां की सरकार ने उन्हें कोई उचित इलाज नहीं दिया. मैं भारत सरकार से अपील करती हूं कि वह सुनिश्चित करें कि मेरे पति को वहां (अमेरिका) चिकित्सा और कानूनी सहायक मिले. मैं विदेश मंत्रालय से मेरे लिए आपातकालीन वीजा जारी करने का अनुरोध करती हूं ताकि मैं अपने पति से मिल सकूं.'