बेनी (कांगो): एक आंतरिक मेल में डब्ल्यूएचओ के उस दावे की पोल खुल गई है, जिसमें यौन दुर्व्यवहार के मामले की जानकारी होने से उसने इनकार कर दिया था. जानकारी के मुताबिक, पूर्वोत्तर कांगो में जब सकीना जनवरी 2019 में एक नर्स सहायक के तौर पर काम कर रही थी तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक चिकित्सक ने उसे इबोला के मामलों की जांच के लिये नौकरी की पेशकश की और वह भी दोगुने वेतन पर- लेकिन रिश्ते रखने की शर्त पर. 


पीड़ित ने खुद किया पूरे मामले का खुलासा


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सकीना (25) ने कहा, 'जब उसने मुझे उसके साथ सोने को कहा तो अपने परिवार की आर्थिक मुश्किलों को देखते हुए…मैंने स्वीकार कर लिया.' उसने कहा कि चिकित्सक बोडाकार डियालो अक्सर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक द्रोस अदनाहोम गेब्रेयेसस से अपने संपर्कों की बात करता था और उसने यौन संबंधों के बदले उसकी कई दोस्तों को भी नौकरी की पेशकश की.


आंतरिक मेल से खुली पोल


एसोसिएडेट प्रेस को पता चला है कि कांगो में काम कर रहे डब्ल्यूएचओ के एक कर्मचारी और तीन इबोला विशेषज्ञों ने प्रबंधन को डियालो से जुड़े सामान्य यौन दुर्व्यव्हारों के बारे में आगाह किया था. उन्होंने बताया कि उनसे मामले को आगे नहीं बढ़ाने को कहा गया था. अनाम कर्मचारियों द्वारा महिलाओं के शोषण के व्यवस्थित आरोपों का सामना कर रहे डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन निदेशक डॉ. माइकल रेयान ने कहा, 'हमारे पास इस बारे में आपसे ज्यादा कोई जानकारी नहीं है.'


डब्ल्यूएचओ ने बोला था झूठ


अब सामने आया है कि इस बारे में सार्वजनिक रूप से पता नहीं होने का जिक्र करने वाले डब्ल्यूएचओ के वरिष्ठ प्रबंधन को 2019 में न सिर्फ कथित यौन दुर्व्यव्हार के बारे में बताया गया था बल्कि उससे यह भी पूछा गया था कि आगे इससे कैसे निपटना है. हालांकि डब्ल्यूएचओ के आरोपी कर्मचारियों ने किसी भी तरह के गलत आचरण से इनकार किया है.