Israel Power Blackout: इजरायल में बिजली ब्लैकआउट के पीछे ईरान! बिजली कंपनी ने दिया ये जवाब
Israel Blackout: बिजली की शुरुआती रुकावट से पूरे देश में 150,000 लोग प्रभावित हुए; हालांकि, अधिकांश को कुछ ही घंटों के भीतर पावर ग्रिड से दोबारा जोड़ दिया गया.
Israel Blackout News: इजरायल में सोमवार (25 दिसंबर) को एक प्रमुख बिजली कंपनी की कम से कम दो प्रोडक्शन यूनिट्स के ढह जाने के बाद बड़े पैमाने पर बिजली कटौती और इंटरनेट ब्लैकआउट देखा गया. ब्लैकआउट ने इन अटकलों को हवा दी कि इसका गाजा में चल रहे युद्ध और ईरान द्वारा संभावित साइबर अटैक से कुछ लेना-देना हो सकता है. हालांकि इजरायल इलेक्ट्रिक कॉरपोरेशन (आईईसी) के सीईओ मेयर स्पीगलर ने यूनिट्स के पतन का कोई कारण बताए बिना, इन दावों को खारिज कर दिया. इसके बजाय उन्होंने कहा कि ब्लैकआउट की वजह अभी तक ज्ञात नहीं है.
इजरायल के चैनल 11 ने बताया कि बिजली की शुरुआती रुकावट से पूरे देश में 150,000 लोग प्रभावित हुए; हालांकि, अधिकांश को कुछ ही घंटों के भीतर पावर ग्रिड से दोबारा जोड़ दिया गया, जबकि केवल 34,000 लोग ही बचे रहे.
ब्लैकआउट का कारण क्या है?
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आईईसी ने कहा कि दो यूनिट्स के ढहते ही प्रोडक्शन यूनिट्स को परिचालन में लाया गया.
आईईसी के मुताबिक, 'इस ब्रेक के कारण लोडशेडिंग हुई, जिससे देश भर में कई स्थानों पर बिजली गुल हो गई. वैकल्पिक प्रोडक्शन यूनिट्स चालू हो गईं और अधिकांश बंद जगहों पर बिजली वापस आ गई.'
आईईसी ने कहा, 'देश भर में कस्टमर द्वारा बताई गई खराबी साइबर अटैक का परिणाम नहीं है, बल्कि 250 मेगावाट की आपूर्ति करने वाली प्रोडक्शन यूनिट में खराबी है. सिस्टम ने 'लोड शेडिंग' की और अब खराबी को दूर करने के लिए नई प्रोड्कशन यूनिट्स को ऑपरेशन में लाया जा रहा है. कुछ स्थानों पर बिजली पहले से ही है.'
जांच शुरू की गई
इजरायली अधिकारी अब हाई अलर्ट पर हैं. ब्लैकआउट के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच शुरू कर दी गई है.
हालांकि, यदि अधिकारियों द्वारा साइबर अटैक के लिंक की पुष्टि की जाती है, तो यह चल रहे संघर्ष में गंभीर वृद्धि का संकेत दे सकता है जिसमें पहले से ही ईरान और उसके प्रतिनिधि शामिल हैं.
ईरान में साइबर हमले की पिछली रिपोर्ट
ईरान में फ्यूल डिस्ट्रीब्यूशन सर्विस के राष्ट्रव्यापी बंद होने के एक सप्ताह बाद इज़राइल में बिजली कटौती हुई है.
ईरानी राज्य टीवी और इजरायली स्थानीय मीडिया ने बताया कि एक हैकिंग ग्रुप, जिस पर ईरान ने इजरायल से संबंध होने का आरोप लगाया है, ने दावा किया कि उसने 18 दिसंबर को देश भर के पेट्रोल स्टेशनों पर अटैक को अंजाम दिया, जिससे सेवाएं बाधित हुईं.