Ayatollah Khamenei Tehran's Mosalla Speech: 'इजरायल लंबे समय तक नहीं टिकेगा...' ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने पांच साल बाद दिए सार्वजनिक तकरीर में कमोबेश अपना पुराना राग ही दोहराया. उन्होंने तेहरान के मोसाला स्थित ग्रांड मस्जिद में जुमे की नमाज की अगुवाई करने के बाद अपने भाषण में इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनी और लेबनानी संघर्षों का समर्थन करते हुए कहा कि इजरायल लंबे समय तक नहीं टिकेगा.


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खामेनेई ने इजरायल पर मिसाइल हमलों को बताया सार्वजनिक सेवा


तेहरान की एक मस्जिद में हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए खामेनेई ने इजरायल पर अपने मिसाइल हमलों को "सार्वजनिक सेवा" के रूप में जायज ठहराया. मस्जिद परिसर में अपनी बगल में बंदूक रखे हुए ईरान के नेता ने एलान किया कि इजरायल हमास या हिजबुल्लाह के खिलाफ नहीं जीत पाएगा. उनकी तकरीर पर भीड़ ने "हम तुम्हारे साथ हैं" की जमकर नारेबाजी की. 


लगभग पांच वर्षों बाद अयातुल्ला खामेनेई का पहला जुमा का उपदेश


साल 2020 में जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी हत्या के लगभग पांच वर्षों बाद खामेनेई का पहला जुमा का उपदेश उनकी जिंदगी और ईरान पर मंडरा रहे खतरों के बीच एक बड़ा सार्वजनिक महत्वपूर्ण प्रदर्शन माना जा रहा है. खामेनेई फिलहाल इजरायल के टारगेट में सबसे अव्वल बने हुए हैं. इजरायल ने मंगलवार के मिसाइल हमलों के बाद जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है.


हिजबुल्लाह के पूर्व प्रमुख नसरल्लाह की शोकसभा में मुस्लिमों से अपील


खामेनेई ने अपने भाषण में ईरान समर्थित लेबनानी आतंकी समूह हिजबुल्लाह के पूर्व प्रमुख हसन नसरल्लाह की भी तारीफ की. पिछले सप्ताह बेरूत में इजरायली हवाई हमले में नसरल्लाह को मार गिराया गया था. खामेनेई ने भीड़ के सामने कहा, "सैय्यद हसन नसरल्लाह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आत्मा और उनका मार्ग हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा. वह ज़ायोनी दुश्मन के खिलाफ एक ऊंचा झंडा था. उनकी शहादत इस प्रभाव को और बढ़ाएगी. नसरल्लाह का जाना बेकार नहीं है. हमें अपने अटूट विश्वास को मजबूत करते हुए दुश्मन के खिलाफ खड़ा होना चाहिए."


इजरायल पर हिजबुल्लाह और हमास के हमलों की जमकर हिमायत


ईरान हमास और हिजबुल्लाह दोनों का समर्थन करता है, जो अपने दक्षिणी और उत्तरी मोर्चों पर इजरायल से लड़ रहा है. खामेनेई ने हिजबुल्लाह को एक "धन्य वृक्ष" भी कहा जो नसरल्लाह के नेतृत्व में लगातार बढ़ता गया. उन्होंने घोषणा की, "लेबनान के पीड़ित लोगों की मदद करना और लेबनान के जिहाद और अल-अक्सा मस्जिद की लड़ाई का समर्थन करना सभी मुसलमानों का फर्ज और जिम्मेदारी है." 


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लेबनानी और फिलिस्तीनियों के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनों को बताया फिजूल


ईरान के सर्वोच्च नेता ने फिलिस्तीनी हमास आतंकी समूह का समर्थन करते हुए 7 अक्टूबर को इजरायल पर उसके भयानक हमलों को "सही कदम" बताया. उन्होंने भीड़ से कहा, "किसी भी अंतरराष्ट्रीय कानून को लेबनानी और फिलिस्तीनियों द्वारा कब्जे के खिलाफ खुद के लिए खड़े होने पर एतराज जताने और विरोध करने का हक नहीं है." नसरल्लाह के लिए प्रार्थना समारोह के बाद बोलने वाले खामेनेई ने इजरायल को संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए "क्षेत्र में सभी भूमि और संसाधनों पर नियंत्रण करने के लिए बना एक टूल" भी कहा.


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इजरायल के साथ-साथ अमेरिका पर भी जमकर बरसे अयातुल्ला खामेनेई


खामेनेई ने कहा, "इसमें कोई शक नहीं है कि ज़ायोनी और अमेरिकी सपना देख रहे हैं. ज़ायोनी इकाई को जमीन से उखाड़ दिया जाएगा. इसकी कोई जड़ें नहीं हैं, यह नकली है, अस्थिर है और केवल अमेरिकी समर्थन के कारण अस्तित्व में है."ईरान में सर्वोच्च अधिकार रखने वाले खामेनेई ने आखिरी बार पांच साल पहले शुक्रवार को उपदेश दिया था. उनका यह उपदेश ईरान द्वारा इजरायल में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर 180 मिसाइलों के दागे जाने के तीन दिन बाद और इजरायल-गाजा युद्ध की पहली वर्षगांठ से तीन दिन पहले आया है.


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