Iran vs Israel Military Power: इज़रायल पर ईरान के हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ गया है. इधर, इज़रायली सेना की नज़र ईरान के परमाणु ठिकानों पर है और सूत्रों के मुताबिक इज़रायल कभी भी हमला कर सकता है. इस बीच ख़बर है कि इज़रायल जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है और ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है. सूत्रों के मुताबिक ख़बर है कि इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने वॉर कैबिनेट की बैठक में ईरान पर हमले की प्लानिंग पर चर्चा की. रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के कई परमाणु ठिकाने इजरायल के निशाने पर है. ऐसा कहा जा रहा है कि इज़रायल की ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर सकता है.


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ईरान के मिसाइल हमलों का जवाब दिया जाएगा- इजरायल


ईरान के हमले के बाद 24 घंटे से भी कम समय के भीतर इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अपने वॉर कैबिनेट की दूसरी बार बैठक की. वहीं, इजरायली सेना प्रमुख लेफ्टि. जनरल हर्ज़ी हलेवी ने चेतावनी दी है कि ईरान के मिसाइल हमले का जवाब दिया जाएगा. आर्मी चीफ ने कहा कि हम हालात पर नज़र बनाए हुए हैं हमारी तैयारी पूरी है ईरान को अपनी हरकत के लिए खामियाजा भुगतना होगा.


वहीं, इजरायल के संभावित हमले की आशंका को लेकर अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी भी अलर्ट हो गया है और पूरी स्थिति पर नज़र बनाए हुए है. इधर, ईरान भी जवाबी हमले की तैयारी में जुट गया है और इज़रायल पर बड़ा हमले करने की धमकी दी है. वहीं अमेरिका समेत कई देश इज़रायल के समर्थन में खड़े हो गए हैं.


अबकी बार प्रतिक्रिया गंभीर और तत्काल होगी- ईरान


इज़रायली सेना प्रमुख के बयान पर ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दोल्लाहियन ने कहा है कि वो इज़रायल के किसी भी हमले का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है. साथ ही ये भी कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो पहले कभी ना इस्तेमाल किये गए हथियार भी तैनात कर दिए जायेंगे. 
तेहरान ने कहा कि अगर इज़रायली शासन कोई ग़लती करता है, तो इस बार ईरान की प्रतिक्रिया, जैसा कि ईरान के सैन्य कमांडरों ने घोषणा की है, न्यूनतम नहीं बल्कि तत्काल और गंभीर होगी.


वहीं अमेरिका ने एक बार फिर दोहराया है कि वो इज़रायल की रक्षा को लिए सैन्य मदद देता रहेगा. दरअसल, ईरान ने 13 अप्रैल को इज़रायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए थे. जिनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल थीं. इजरायल और ईरान दोनों अब आमने-सामने की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. ऐसे में अगर युद्ध हुआ तो कौन किस पर भारी पड़ेगा ये बड़ा सवाल है.  अब हम आपको विस्तार से बताते हैं कि एक दूसरे के कट्टर दुश्मन इजरायल और ईरान हथियार, मैनपावर और क्षमता के मामले में कहां खड़े हैं. 


ईरान के पास ढाई हजार किमी तक मार करने वाली मिसाइल


सबसे पहले बात करते हैं ईरान की. ईरान के पास KH-55 जैसी क्रूज मिसाइलें हैं, जो परमाणु क्षमता से लैस हैं और 3,000 किलोमीटर तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं. इसके अलावा ईरान के पास सेजिल’ नाम की एक खतरनाक मिसाइल है, जो 17,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 2500 किलोमीटर दूर तक हमला कर सकती है. इसी तरह ईरान के पास खैबर शेकन नाम की मिसाइल भी है, जिसकी रेंज 2000 किलोमीटर है. ईरान के पास मुहाजेर-10 नाम का एक ऐसा ड्रोन है जो 2000 किलोमीटर तक जा सकता है और अपने साथ 300 किलो वजन भी लेकर उड़ान भर सकता है. 


इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम है जबरदस्त


अब बात करते हैं इजरायल की. इजरायल के पास करीब 4,800 किलोमीटर तक मार करने वाले जेरिको-3 इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है, जो अपने साथ साढ़े सात सौ किलोग्राम वजन के परमाणु हथियार लेकर जा सकती है. इसके अलावा इजरायल के पास अमेरिका का सबसे आधुनिक फाइटर जेट F-16 भी है, जिसे दुश्मन के रडार नहीं पकड़ सकते. वहीं इजरायल के पास आयरन डोम डिफेंस सिस्टम है जो हवा में ही रॉकेट को तबाह कर देता है.


इस इजरायली ब्रह्मास्त्र का ईरान के पास नहीं जवाब


रक्षा सूत्रों के मुताबिक इजरायल के पास परमाणु बम भी हैं. हालांकि उसने कभी इस बात को कबूल नहीं किया है. ऐसे में अगर इजरायल के अस्तित्व को खतरा महसूस हुआ तो वह इसका इस्तेमाल भी कर सकता है, जिससे ईरान का नामोंनिशान भी मिट सकता है. फिलहाल भारत समेत सभी देश दोनों देश इस जंग को रोकने की कोशिश में लगे हैं. अगर यह जंग शुरू हुई तो यह केवल दो देशों तक नहीं रहेगी. इसका खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ेगा. इसकी वजह से दुनिया में तेल और दूसरी जरूरी चीजों की सप्लाई प्रभावित हो जाएगी, जिससे दुनिया में जरूरी चीजों की कीमतें काबू से बाहर हो जाएंगी.