Israel Defence Forces: इजरायल और हमास के बीच 38 दिनों से भीषण जंग जारी है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर युद्धविराम की अपील को ठुकरा दिया है. नेतन्याहू ने कहा है कि बंधकों की रिहाई तक युद्धविराम का सवाल ही नहीं. इसके साथ ही इजरायली सेना लगातार फिलिस्तीनी आतंकवादियों पर हवाई हमले कर रही है और गोले बरसा रही है. हालांकि, इस बीच इजरायली सेना ने गाजा के अस्पताल की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है, लेकिन हमास ने इसमें अड़ंगा डाल दिया है.


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इजराइली सेना ने गाजा के शिफा अस्पताल में 300 लीटर ईंधन पहुंचाया


हमास के साथ जारी युद्ध के बीच इजरायली सेना ने गाजा के शिफा अस्पताल में चिकित्सा उद्देश्यों के लिए 300 लीटर ईंधन पहुंचाया है. इजराइल रक्षा बलों (IDF) ने बताया कि उनके सैनिकों ने शिफा अस्पताल में 300 लीटर ईंधन पहुंचाया है, लेकिन, हमास ने अस्पताल को ईंधन लेने से मना किया है. बता दें कि हमास द्वारा संचालित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय हफ्तों से चेतावनी दे रहा है कि उसके अस्पतालों में ईंधन खत्म हो रहा है. आईडीएफ का यह भी कहना है कि यदि ऐसा है, तो वे अस्पताल को ईंधन लेने से क्यों रोकेंगे?



अस्पताल से बच्चों को निकालने में मदद करेगी इजराइली सेना


इससे पहले इजराइली सेना ने शनिवार को कहा था कि वह गाजा के शिफा अस्पताल से शिशुओं को निकालने में मदद करेगी. आईडीएफ के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने शनिवार को कहा था, 'गाजा से बहुत सारी गलत सूचनाएं आ रही हैं. इसलिए, मैं तथ्यों को स्पष्ट करना चाहता हूं. कोई घेराबंदी नहीं है.मैं दोहराता हूं, शिफा अस्पताल की कोई घेराबंदी नहीं है. अस्पताल छोड़ने के इच्छुक गाजावासियों के सुरक्षित मार्ग के लिए अल-वेहदा स्ट्रीट पर अस्पताल का पूर्वी हिस्सा खुला है. हम अस्पताल के कर्मचारियों से सीधे और नियमित रूप से बात कर रहे हैं. अस्पताल के कर्मचारियों ने बच्चों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने में मदद का अनुरोध किया है. हम आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे. और कुछ ऐसा है जिसे दुनिया को नहीं भूलना चाहिए. हम दुनिया को भूलने नहीं देंगे.'


अस्पताल परिसर के अंदर और नीचे कमान पोस्ट बनाने का आरोप


इजरायल ने गाजा में में फंसे 23 लाख फलस्तीनियों पर युद्ध से पड़ने वाले असर के लिए हमास चरमपंथियों को दोषी ठहराया है. इजराइल ने हमास पर अस्पताल परिसर के अंदर और नीचे एक कमान पोस्ट बनाने का आरोप लगाया है. वहीं, हमास और अस्पताल के कर्मचारियों ने इन आरोपों से इनकार किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि शिफा में अब भी 1500 मरीज हैं, साथ ही 1500 चिकित्सा कर्मी और 15000 से 20000 लोग आश्रय तलाश रहे हैं. हजारों लोग शिफा और अन्य अस्पतालों से भाग गए हैं.


डॉक्टरों का कहना है कि हर किसी के लिए बाहर निकलना असंभव है. फलस्तीनी रेड क्रिसेंट बचाव सेवा ने कहा कि गाजा सिटी का एक अन्य अस्पताल, अल-कुद्स, अब बंद हो गया है, क्योंकि ईंधन खत्म हो गया है. गाजा के एकमात्र बिजली संयंत्र को एक महीने पहले मजबूरन बंद कर दिया गया था और इजराइल ने यह कहते हुए ईंधन आयात पर रोक लगा दी थी कि हमास ईंधन का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्यों के लिए करेगा. रेड क्रिसेंट के प्रवक्ता नेबल फरसाख ने कहा कि विस्थापित परिवारों, मरीजों और चिकित्सा कर्मियों समेत 6000 लोग अस्पताल में फंसे हुए हैं.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी एएनआई)