World News in Hindi: दुनिया की नजर इस समय इजरायल-गाजा सीमा पर टिकी है. हमास के घातक हमले के बाद इस आतंकवादी संगठन के सरगना के खात्मे के लिए इजराइल द्वारा जमीनी आक्रमण किए जाने के डर से लाखों फिलिस्तीनी अपना घर छोड़ चुके हैं. सहायता समूहों ने चेतावनी दी है कि इजराइल के जमीनी हमले से मानवीय संकट बढ़ सकता है. एक सप्ताह से लगातार किए जा रहे हवाई हमलों से गाजा पट्टी में कई इमारतें जमींदोज हो गयी हैं लेकिन इससे इजराइल पर आतंकवादियों के रॉकेट हमले नहीं रुके हैं. हालांकि ऐसा लगता है कि अब इजरायल के लिए गाजा पर हमला करना इतना आसान भी नहीं होगा.


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ईरान ने अब इजरायल को धमकी दी है कि इजरायली गाजा पट्टी में घुसती है को फिर महायुद्ध होगा. ईरान के विदेश मंत्री ने हमास के कमांडर से कतर से मुलाकात की जिसके बाद उन्होंने बयान दिया कि और उन्होंने यह धमकी भरा बयान दिया. ईरान इजरायल से सटे देशों से ना सिर्फ मिल रहा है बल्कि उन्हें इजरायल के खिलाफ एकजुट कर रहा है. वहीं वह हमास की मदद करने के लिए हिजबुल्लाह की भी मदद कर रहा है.


ईरान के राष्ट्रपति की अरब देशों से अपील
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी इस्लामिक और अरब देशों से इजरायल के खिलाफ युद्ध में उतरने की अपील कर चुके हैं. ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीरबदोल्लाहियन लेबनान और कतर का दौरा कर इजरायल की घेराबंदी में लगे हैं हुए हैं.


ईरान के विदेश मंत्री का लेबनान, सीरिया और कतर का दौरा
ईरानी विदेश मंत्री ने जहां लेबनान के पीएम और हिज्बुल्ला के चीफ के साथ मुलाकात की वहीं सीरिया में वह राष्ट्रपति बशर अल असद और सीरिया के विदेश मंत्री से मिले. उन्होंने कतर का भी दौरा किया और और वहां कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी से मिली है. उन्होंने कतर में बैठे हमास के कमांडर इस्माइल हानिये से भी मुलाकात की और इसके बाद कहा कि अगर इजरायली सेना गाजा में घुसी, तो वो भी गाज़ा की तरफ से बमबारी शुरु कर देगा और इस युद्ध को महायुद्ध में बदल देगा.


ईरान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि अगर इजराइल गाजा पट्टी पर हवाई हमले रोक देता है तो हमास करीब 200 बंधकों को रिहा करने के लिए संभवत: तैयार है.


पुतिन ने कही यह बात
वहीं कई अरब देशों में जनता लाखों की संख्या में इजरायल के खिलाफ और फिलिस्तीन के समर्थन में सड़कों पर उतर आई है. कहा जा रहा है कि अरब देश अमेरिका पर इस युद्ध को टालने के लिए दबाव डाल रहे हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन भी यह कह चुके हैं कि गाजा में आम लोगों की मौत स्वीकार नहीं होगी.


बाइडेन ने भी दिया बड़ा बयान
यहां तक की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जिन्होंने हमास के खिलाफ इजरायल को पूरा समर्थन दिया, यह कह चुके हैं कि‘हम इस बात की अनदेखी नहीं कर सकते कि फिलिस्तीन की अच्छी खासी आबादी का हमास से और उसके हमलों से कोई लेना नहीं है. तो कुल मिलाकर ऐसा लग रहा है कि इजरायल के गाजा में जमीनी ऑपरेशन चलाना इतना आसान नहीं होगा.


गाजा के पांच युद्धों में सबसे भीषण
सात अक्टूबर को शुरू हुआ यह युद्ध दोनों पक्षों के लिए गाजा के पांच युद्धों में से सबसे भीषण है जिसमें दोनों ओर के 4,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 2,750 फलस्तीनियों की मौत हो गयी है तथा 9,700 घायल हैं. इजराइल के अनुसार, उसके 1,400 से अधिक नागरिकों की मौत हो गयी है तथा बच्चों समेत कम से कम 199 अन्य नागरिकों को हमास ने बंधक बनाया है तथा उन्हें गाजा ले गया है.