Israel Iran Tension: अगर इजरायल-ईरान के बीच छिड़ गई जंग तो कौन सा देश किसका देगा साथ?
Israel Iran Tension News: ईरान-इजरायल के बीच हालात खराब हैं. भारत ने भी अपने नागरिकों को इन देशों में नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है. ऐसे में ये सवाल भी उठ रहा है कि अगर इन दोनों देशों के बीच आज जंग हुई तो कौन सा देश किसके साथ होगा..? कौन सा देश इजरायल तो कौन ईरान की मदद करेगा..?
Israel Iran Tension News: ईरान-इजरायल के बीच हालात खराब हैं. भारत ने भी अपने नागरिकों को इन देशों में नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है. ऐसे में ये सवाल भी उठ रहा है कि अगर इन दोनों देशों के बीच आज जंग हुई तो कौन सा देश किसके साथ होगा..? कौन सा देश इजरायल तो कौन ईरान की मदद करेगा..? आइये जानने की कोशिश करते हैं इन दोनों देशों के प्रति दुनिया में क्या माहौल है.
चीन किसका साथ देगा?
बता दें कि ईरान ने इजरायल पर हमला करने की धमकी दी है. मिडल ईस्ट में इस्लामिक देशों का खलीफा बनने की रेस चल रही है. इजरायल पर ईरान ने हमला किया तो वो मुस्लिम देशों का सबसे बड़ा नेता बन सकता है. सालों से सऊदी अरब और ईरान के बीच ऐसी एक रेस चलती आ रही है. इन दोनों देशों में युद्ध हुआ तो इजरायल के साथ अमेरिका हमेशा खड़ा रहेगा. ईरान को रूस का साथ मिल सकता है. ब्रिटेन से इजरायल को समर्थन मिलने की उम्मीद है तो चीन की तरफ से ईरान को सपोर्ट मिल सकता है.
भारत किसकी तरफ?
इसी तरह फ्रांस और जर्मनी भी इजरायल का साथ देंगे. जबकि तुर्किये, उत्तर कोरिया और इराक खुलकर ईरान के पक्ष में आवाज उठाएंगे. अब बात आती है भारत की.. तो हमारा देश जंग के मामलों में तटस्थ रहता है. ईरान और इजरायल दोनों से भारत के संबंध हैं. लेकिन भारत खुलकर किसी का पक्ष शायद ही लेगा. वहीं, सऊदी अरब इस हमले की स्थिति में इजरायल का विरोध कर सकता है. हालांकि इसका मतलब ये नहीं है कि वो ईरान के पक्ष में खड़ा रहेगा.
लड़ाई अपने दम पर ही लड़नी होगी..
ईरान और इजरायल के साथ चाहे जितने भी देश खड़े हों. लड़ाई इन्हें अपने दम पर ही लड़नी होगी. जब भी दो देशों के बीच युद्ध की बात होती है. तो सबसे पहले सवाल यही पूछा जाता है कि किसकी सेना ज्यादा ताकतवर है. टाइम्स ऑफ इजराइल ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया है कि ईरान आने वाले दिनों में इजराइल और मिडिल ईस्ट में कई जगहों को निशाना बनाएगा.
अमेरिका हमेशा इजरायल का साथ देगा
ईरान के अटैक से बचने के लिए अमेरिका, इजराइल की मदद करेगा. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ईरान में क्रूज मिसाइलों और ड्रोन से जुड़ी भारी मुवमेंट ट्रैक की गई है. इसका मतलब ये हो सकता है कि हमला ईरान की धरती से हो सकता है. अब ईरान ने बदला लेने की धमकी दी है. खतरा इसलिए ज्यादा है क्योंकि आज अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल की रक्षा करने का वादा किया है. बाइडेन ने कहा कि ईरान ने हमला किया तो अमेरिका उसे बचाने के लिए सब कुछ करेगा. यानी मिडल ईस्ट में अगले कुछ दिनों में कुछा बड़ा होने वाला है. कोई बड़ी और खतरनाक खबर आ सकती है.
ईरान और इजरायल की ताकत?
अगर दोनों देशों की ताकत की बात करें तो कोई किसी से कम नहीं है. ईरान और इजरायल दोनों ही देशों के पास कई खतरनाक हथियार हैं. ईरान और इजरायल की सैन्य क्षमताओं की बात करें तो..
-इजरायल के पास 6 लाख 70 हजार से ज्यादा सैनिक हैं वहीं ईरान के पास 11 लाख 80 हजार सैनिक हैं.
-हवाई शक्ति की बात करें तो इजरायल के पास 612 एयरक्राफ्ट हैं..वहीं ईरान के पास 551 एयरक्राफ्ट हैं.
-वहीं टैंक के मामले में ईरान इजरायल से ज्यादा ताकतवर है..इजरायल के पास 1370 टैंक हैं तो ईरान के पास 1996 से ज्यादा टैंक हैं.
-युद्धपोत के मामले में इजरायल ईरान आगे है, इजरायल के पास 45 युद्ध पोत हैं वहीं
ईरान के पास 21 युद्ध पोत हैं.
-वहीं बात पनडुब्बियों की करें तो इजरायल के पास 5 और ईरान के पास 19 पनडुब्बी हैं.
-इजरायल के पास 43 हजार बख्तरबंद गाड़िया हैं, ईरान के पास 65 हजार बख्तरबंद गाड़ियों की संख्या है.
-SIPRI की 2023 की रिपोर्टस के मुताबिक इजरायल के पास 90 परमाणु हथियार भी हैं. वहीं, ईरान आधिकारिक तौर पर परमाणु संपन्न देश नहीं है.