इजरायल ने फिल्मी अंदाज में बंधकों को छुड़ाया, देखते रह गए हमास के लड़ाके
Gaza News: हमास के कब्जे से नाटकीय तरीके और फिल्मी अंदाज में चार बंधकों को छुडाया गया. जिनमें रूसी इजरायली आंद्रे कोज़लोव के अलावा नोआ अरगामानी, अल्मोग मीर जान और श्लोमी ज़ीव भी शामिल हैं.
Israel Hamas War: नामुमकिन शब्द इजरायल के शब्दकोश में है ही नहीं, चारों तरफ से, दुश्मनों से घिरे इस छोटे से मुल्क ने कई नामुमिकन माने जाने वाले ऑपरेशन को मुमकिन बनाकर दुनिया को अचंभे में डाल दिया, हमास के खिलाफ जंग में इजरायली सुरक्षा बलों ने एक बार फिर ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है, जिसे दुनिया चमत्कार कह रही है.
ताबड़तोड़ फ़ायरिंग, धमाके से दहलता इलाका, और एक्शन में स्पेशल फोर्स के जवान, दनादन चल रही हर गोली के साथ जवानों पर काल मंडरा रहा है,लेकिन मौत की दस्तक को नजरअंदाज कर ये जवान अपने मिशन को अंजाम देने में जुटे हैं.
चार बंधकों को छुपाकर रखा
दरअसल, इजरायली सुरक्षा बलों को खुफिया खबर मिली थी कि सेंट्रल ग़ज़ा के एक भीड़भाड़ वाले फैमिली अपार्टमेंट में हमास ने चार बंधकों को छुपाकर रखा है, जिसके बाद इजरायल के स्पेशल पैराट्रूपर्स नुसेरत रेफ़्यूजी कैंप में पहुंचे, लेकिन इस अभियान को शुरू करने से पहले ही हमास के लड़ाकों ने हमला बोल दिया. इजरायली सुरक्षाबलों पर गोलियों की बौछार शुरू कर दी, लेकिन इजरायली फोर्सेज ने हार नहीं मानी, ताबड़तोड़ फायरिंग का मुकाबला करते हुए अपना ऑपरेशन जारी रखा.
बंधकों को छुड़ाने पहुंचे इजरायली जवानों को हर कदम पर बड़ी और मुश्किल चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन वो डगमगाए नहीं, पीछे नहीं हटे, कड़ी मशक्कत के बाद वो उस अपार्टमेंट तक पहुंचने में कामयाब रहे, जहां बंधकों को रखा गया था, वो गेट में धमाका कर अंदर घुसे, और फिर सर्च ऑपरेशन शुरु किया, इस दौरान वो लगातार हिब्रू यानी इजरायली भाषा में एनाउंसमेंट भी कर रहे थे, लेकिन उन्हें कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला.
इस बीच अपार्टमेंट की तलाशी ले रही एक टीम एक कमरे के अंदर दाखिल हुई, जहां जवानों को देखकर एक बंधक ने बेड पर चेहरा झुकाया और अपने हाथ ऊपर कर दिए. इस बीच रेस्क्यू टीम की नजर कमरे में मौजूद दो दूसरे लोगों पर पड़ी, बॉडीकैम से ली गई तस्वीरों में वो दोनों दहशत से भरे दिख रहे हैं, उनके चेहरे पर मौत का खौफ नजर आ रहा है.
उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उनके साथ क्या हो रहा है या आगे क्या होने वाला है, जब सुरक्षाकर्मी उनके पास पहुंचे तो दोनों डरे सहमे एक दूसरे का हाथ पकड़े हुए थे, और कुशन के बीच छिपे हुए थे. जवानों ने उनकी तरफ बंदूक तानी, और फिर उनसे हिब्रू में उनका नाम पूछा, तो वो और ज्यादा सहम गए, उनके चेहरे पर दहशत दौड़ गई, लेकिन जैसे ही उन्होंने अपना नाम बताया.
कई महीनों से बंधक बना रखा था
इजरायली सुरक्षाबलों ने राहत की सांस ली, क्योंकि ये दोनों, वो लोग थे जिन्हें हमास ने कई महीनों से बंधक बना रखा था, उन्होंने दोनों को इस ऑपरेशन के बारे में बताया और फिर तीनों को लेकर सुरक्षित जगह की तरफ निकले. लेकिन यहां से निकल पाना भी इतना आसान नहीं था, इजरायली सुरक्षाबलों हमास के लड़ाकों ने फायरिंग तेज कर दी, उनके वहां से बाहर निकलने का रास्ता ब्लॉक कर दिया, वहां मौजूद जवानों ने हमास की फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन ये वहां से बच निकलने के लिए नाकाफी था, हथियारबंद लड़ाके लगातार उनके करीब आते जा रहे थे.
साथ ही इस हमले में, बंधकों और गंभीर रूप से घायल स्पेशल फ़ोर्स के जवानों को बाहर निकालने के जो लॉरी इस्तेमाल होनी थी, वो भी कबाड़ हो गई थी, ऐसे में मौके पर मौजूद इजरायली अफसरों ने एयरफोर्स की मदद मांगी. सूचना मिलते ही इसराइली एयर फ़ोर्स ने कवर देने के लिए फायरिंग वाली जगहों पर भारी बमबारी की गई, इस हमले में दर्जनों हमास लड़ाके मारे गए, और फिर बचावकर्मियों को बाहर निकलने का मौका मिल गया.
हमास के कब्जे से नाटकीय तरीके और फिल्मी अंदाज में चार बंधकों को छुडाया गया, जिनमें रूसी इजरायली आंद्रे कोज़लोव के अलावा नोआ अरगामानी, अल्मोग मीर जान और श्लोमी ज़ीव भी शामिल हैं. इन्हें 7 अक्टूबर की सुबह नोवा म्यूज़िक फ़ेस्टिवल से अगवा किया गया था,. इस रिहाई अभियान को लेकर पूरे इजरायल में जश्न का मौहाल है, लेकिन अभी भी 116 बंधक हमास की कैद में हैं, जिन्हें छुड़ाना इजरायल के लिए बड़ी चुनौती है.