Israel targeting military infrastructure: पूरी दुनिया में यह फेमस है कि इजरायल ने जो ठाना उसे करके ही माना है, तभी तो इजरायल की जिद तो देखो, 25 दिन बाद इजरायल ने ईरान से बदला लिया और उसी जगह टारगेट किया, जहां से उसपर हमला किया गया था.  


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इजराइल ने शनिवार सुबह ईरान पर हवाई हमले किए और कहा कि उसने ईरान द्वारा इस महीने की शुरुआत में इजराइल पर दागे गए बैलिस्टिक मिसाइलों के जवाब में उसके सैन्य स्थलों को निशाना बनाया. विस्फोटों की आवाज ईरान की राजधानी तेहरान में भी सुनी गईं लेकिन इस्लामी गणराज्य ने जोर देकर कहा कि इन हमलों से केवल “सीमित क्षति” हुई है. इन हमलों ने दोनों कट्टर शत्रुओं के बीच ऐसे समय में पूर्ण युद्ध का खतरा बढ़ा दिया है जब पश्चिम एशिया में ईरान समर्थित चरमपंथी समूह- गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्ला- पहले से ही इजराइल के साथ युद्धरत हैं.


इतिहास में पहली बार ऐसा हमला
यह पहली बार है जब इजराइल की सेना ने ईरान पर खुलेआम हमला किया. इसके अलावा, 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद से किसी शत्रु देश ने ईरान पर इस प्रकार पहली बार लगातार हमले किए हैं. इजराइल के घंटों चले हमले तेहरान में सूर्योदय से कुछ देर पहले ही समाप्त हुए. इजराइल ने कहा कि उसने ईरान में मिसाइल निर्माण संयंत्रों और अन्य स्थलों को निशाना बनाकर हमले किए. उसने कहा कि ईरान में हमले करने के बाद उसके विमान ‘‘सुरक्षित स्वदेश लौट आए हैं.’’


इजरायल ने किसपर किया हमला?
इजराइली सेना ने कहा कि उसके विमानों ने ‘‘उन मिसाइल निर्माण संयंत्रों पर हमला किया, जिनका इस्तेमाल उन मिसाइलों को बनाने के लिए किया जाता था जिन्हें ईरान ने पिछले साल इजराइल पर दागा था.’’ सेना ने कहा, ‘‘इन मिसाइल ने इजराइल के नागरिकों के लिए सीधा और तत्काल खतरा पैदा किया.’’ उसने कहा कि उसने ‘‘सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और उन अतिरिक्त ईरानी हवाई क्षमताओं पर भी हमला किया, जिनका उद्देश्य ईरान में इजराइल की हवाई संचालन स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करना था.’’ इनपुट एजेंसी से