Israel-Hamas War News: इजरायली युद्ध कैबिनेट ने कहा है कि अगर हमास ने रमजान की शुरुआत तक बाकी बचे बंधकों को मुक्त नहीं किया, तो इजरायल अगले महीने राफा के खिलाफ अपना हमला शुरू करेगा. रिटायर्ड सैन्य प्रमुख और युद्ध कैबिनेट सदस्य बेनी गैंट्ज़ ने रविवार को जेरूसलम में अमेरिकी यहूदी नेताओं के एक सम्मेलन में यह बात कही.


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गैंट्ज़ ने कहा, 'दुनिया और हमास के नेताओं को जानना चाहिए - अगर रमज़ान तक हमारे बंधक घर नहीं आए, तो राफा क्षेत्र सहित हर जगह लड़ाई जारी रहेगी.' बता दें मुस्लिमों का पवित्र महीना रमजान 10 मार्च से शुरू होने की उम्मीद है.


बड़े पैमाने पर हताहतों की आशंका के डर से, विदेशी सरकारों और सहायता संगठनों ने बार-बार इजरायल से राफा पर हमला नहीं करने की अपील की है. बता दें चार महीने पुराने युद्ध में राफा गाजा का आखिरी शहर है जिस पर अब तक जमीनी हमला नहीं हुआ है. इस शहर में लड़ाई के बाद 1.7 मिलियन विस्थापित फ़िलिस्तीनियों ने शरण ली हुई है.


नेतन्याहू राफा पर कार्रवाई को लेकर अड़े
बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सीधी अपील भी शामिल है, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जोर देकर कहा है कि राफा पर दबाव डाले बिना युद्ध पूरा नहीं किया जा सकता है.


रविवार को जेरूसलम सम्मेलन में बोलते हुए, नेतन्याहू ने बंधक समझौते के साथ या उसके बिना, हमास पर 'पूर्ण जीत हासिल करने के लिए काम करने' की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई.


गैंट्ज़ ने कहा कि लोगों की निकासी को सुविधाजनक बनाने और 'जितना संभव हो सके नागरिक हताहतों को कम करने' के लिए अमेरिका और मिस्र के साथ बातचीत करके एक समन्वित तरीके से हमला किया जाएगा. हालांकि घिरी हुई गाजा पट्टी पर नागरिक सुरक्षित रूप से कहां जा सकते हैं यह स्पष्ट नहीं है.


संघर्ष विराम वार्ता रही नाकाम
गैंट्ज का यह बयान तब आया है जब कई सप्ताह तक चली संघर्ष विराम वार्ता किसी समझौते पर पहुंचने में नाकाम रही है, प्रमुख मध्यस्थ कतर ने वीकेंड में स्वीकार किया कि संभावनाएं कम हो रही हैं.


इजरायल ने कहा है कि उसका मानना ​​है कई बंधक और हमास लीडरशिप, राफा में छिपे हुए हैं. एएफपी के मुताबिक 7 अक्टूबर के हमलों के दौरान आतंकवादियों ने लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था 1,160 इजरायलियों को मौत के घाट उतार दिया था. हमास द्वारा संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के जवाबी हमले में कम से कम 28,858 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.