Israel-Jordan Relation: हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था और एडवांस वेपन बनाने के लिए इजरायल पूरी दुनिया में मशहूर है, लेकिन इन दिनों इजराइल के अंदर हालात कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं. हालांकि, यह बात पूरी दुनिया जानती है कि इजरायली सैनिकों का फिलिस्तीनियों से पुराना झगड़ा चलता रहा है. इजरायल और फिलीस्तीन के लोगों के बढ़ते तनाव के बीच नेतन्याहू सरकार के एक नेता ने कुछ ऐसा कारनामा कर दिया जिससे सऊदी अरब और जॉर्डन दोनों भड़क गए. आपको बता दें कि इजराइल के मंत्री इतमार बेन-गविर ने गुरुवार के दिन अल-अक्सा मस्जिद का दौरा किया था.


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इतमार बेन-गविर के इस दौरे दोनों देश काफी खफा हुए और इसे मुसलमानों को भड़काने वाला कदम भी बता दिया. बता दें कि इतमार बेन-गविर इजराइल के कट्टर दक्षिणपंथी नेता हैं. सऊदी विदेश मंत्रालय इस दौरे की निंदा करते हुए कहा कि बेन-गविर का यह दौरा अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है. सऊदी विदेश मंत्रालय ने कहा कि बार-बार गंभीर अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया जा रहा है जिसके लिए इजराइली सेना जिम्मेदार है.


सऊदी अरब ने अपने एक बयान में कहा कि इजराइली सेना को चाहिए कि वह फिलिस्तीन के लोगों की सुरक्षा करें. बेन-गविर के इस यात्रा की जॉर्डन ने खूब निंदा की है. जॉर्डन ने चेतावनी देते हुए इजराइल को आगाह किया कि इस तरह का काम मुसलमानों को भड़का सकती है जिससे बड़े दंगे हो सकते हैं. जॉर्डन ने इससे जुड़ा हुआ एक बयान भी जारी किया और इस बयान में भी यही बात कही गई कि कट्टरपंथी नेताओं के मस्जिद दौरे से मामला भड़क सकता है.


आपको बता दें कि मंत्री बनने के बाद इतमार बेन-गविर की यह तीसरी यात्रा थी. इतना ही नहीं इतमार बेन-गविर की गिनती उन नेताओं में की जाती है जो यहूदी पावर पार्टी (Jewish Power party) के सबसे दक्षिणपंथी नेता हैं. जिस अल-आस्का मस्जिद का दौरा इतमार बेन-गविर ने किया उसे मुसलमान अल-हरम-अल शरीफ कहते हैं. वहीं यहूदी इसे टेंपल माउंट कहते हैं.