दुबई: ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की बरसी के अवसर पर हैकरों ने सोमवार तड़के यरुशलम पोस्ट नामक एक इजराइली अखबार की वेबसाइट को निशाना बनाते हुए उसे हैक कर लिया. हैकरों ने समाचार पत्र की वेबसाइट से उसकी मूल सामग्री को हटाते हुए इजराइल के अघोषित परमाणु कार्यक्रम स्थल पर हमले की एक तस्वीर को लगा दिया.


किसी समूह ने नहीं ली जिम्मेदारी


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किसी भी समूह ने हालांकि अब तक इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन, यरुशलम पोस्ट की वेबसाइट पर पोस्ट की गई तस्वीर को दो साल पहले इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए ईरान के प्रतिष्ठित रिवोल्यूशनरी गार्ड के जनरल कासिम सुलेमानी से जोड़कर देखा जा रहा है. तस्वीर में एक मिसाइल को दिखाया गया है.


हैकरों ने पोस्ट की तस्वीरें


हैकरों ने जो तस्वीर पोस्ट की है उसमें इजराइल के डिमोना शहर के पास शिमोन पेरेज नेगेव परमाणु अनुसंधान केंद्र को निशाना बनाते हुए ईरानी सेना के हमले को दिखाया गया है. शिमोन पेरेज नेगेव परमाणु अनुसंधान केंद्र में बीते कई दशकों से इजराइल का अघोषित परमाणु हथियार कार्यक्रम चल रहा है.


सुलेमानी की हत्या को आज 2 वर्ष हुए पूरे 


बता दें कि आज ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या को दो साल पूरे हो गए हैं. पोस्ट की फोटो में यरुशलम पोस्ट की वेबसाइट पर पोस्ट तस्वीर में दो साल पहले इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए ईरान के प्रतिष्ठित रिवोल्यूशनरी गार्ड के जनरल कासिम सुलेमानी से जोड़कर देखा जा रहा है. पोस्ट की हुई तस्वीर में एक मिसाइल दिख रही है. उसमें इजरायल के डिमोना शहर के पास शिमोन पेरेज नेगेव परमाणु अनुसंधान केंद्र को निशाना बनाते हुए ईरानी सेना के हमले को दिखाया गया है.



सुलेमानी की मौत के  बाद ईरान में अमेरिका को लेकर गुस्सा 


बताते चलें कि शिमोन पेरेज नेगेव परमाणु अनुसंधान केंद्र में बीते कई दशकों से इजरायल का अघोषित परमाणु हथियार कार्यक्रम चल रहा है.  वहीं अमेरिका ने सुलेमानी की 3 जनवरी, 2020 को बगदाद एयरपोर्ट के पास ड्रोन से हमला करके हत्या कर दी थी. इस दौरान अमेरिका ने दावा किया था कि ईरानी सेना के ये जनरल उसपर आतंकी हमला करने की प्लानिंग कर रहा था. हालांकि अमेरिका ने इससे जुड़ा कोई सबूत नहीं दिखा पाया था. सुलेमानी की मौत के बाद से ईरान में अमेरिका को लेकर गुस्सा काफी बढ़ गया है.


(इनपुट-एपी)


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