Volodymyr Zelenskiy : राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल करने के लिए हरी झंडी दे दी है. अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक उत्तर कोरिया की ओर से युद्ध में मास्को की मदद के लिए हजारों सैनिकों की 'कथित' तैनाती के जवाब में यूएस प्रेसिडेंट ने यह फैसला लिया है. सोल और वाशिंगटन दोनों ने इस बात का दावा कर रहे हैं कि रूस के पश्चिमी सीमावर्ती कुर्स्क क्षेत्र में तैनात उत्तर कोरियाई सैनिकों ने यूक्रेनी सेना के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: खजाने के अंदर मिला इतना बड़ा खजाना, कीमत आंकने में विशेषज्ञों के छूटे पसीने


जेलेंस्की लंबे समय से कर रहे थे मांग


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की लंबे समय से यह मांग करते आए हैं कि रूस के अंदर तक लक्ष्यों को भेदने के लिए कीव को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (एटीएसीएमएस) का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए. जिसकी अनुमति अब मिल गई है. बता दें कि एटीएसीएमएस 300 किमी (186 मील) अंदर तक जा सकती है.


यह भी पढ़ें: चीन से होकर जाता है 'पाताल' का रास्‍ता! यकीन ना हो तो Photos में खुद देख लीजिए


कीव के हाथ हुए मजबूत


मीडिया रिपोट्स के मुताबिक कई एक्सपर्ट मानते हैं कि अमेरिका का यह फैसला कीव के लिए बड़ी मदद साबित हो सकता है क्योंकि रूसी सेनाएं लगातार बढ़त हासिल कर रही हैं. ऐसे में अमेरिकी लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल से कीव को खासा फायदा हो सकता है और युद्धविराम समझौते में वह बेहतर स्थिति में रह सकता है.


हालांकि यही एक संभावना नहीं है, बल्कि यह भी देखना होगा कि अमेरिकी फैसले पर रूस कैसी प्रतिक्रिया देगा. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले भी पश्चिमी देशों को इस तरह के कदम के खिलाफ चेतावनी दे चुके हैं. सैन्य रूप से बेहद ताकतवर रूस इस फैसले के बाद और कड़ा रुख अपना सकता है.


बाइडेन ने जाते-जाते लिया बड़ा फैसला


बाइडेन ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है कि जब जनवरी 2025 में वह व्हाइट हाउस छोड़ने वाले हैं. वहीं डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद इस निर्णय को बदलेंगे या जारी रखेंगे यह साफ नहीं है. ट्रंप यूक्रेन युद्ध में अमेरिकी के भारी मदद की आलोचना कर चुके हैं और उन्होंने जंग को जल्दी खत्म करने का वादा भी किया है. उधर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले भी पश्चिमी देशों को इस तरह के कदम के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा था कि यह यूक्रेन युद्ध में नाटो सैन्य गठबंधन की "प्रत्यक्ष भागीदारी" का प्रतिनिधित्व करेगा.