G-20 New Delhi Summit: भारत नौ और 10 सितंबर को नई दिल्ली में वार्षिक जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. इसमें भाग लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइेडन गुरुवार को दिल्ली जाएंगे. वह शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और शनिवार और रविवार को वह जी20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में भाग लेंगे. बाइडन के नई दिल्ली रवाना होने की पूर्व संध्या पर व्हाइट हाउस ने जहां पीएम मोदी की तारीफ की वहीं यह भी कहा कि अमेरिका भारत में जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए हर तरह की मदद को तैयार है. 


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भारत की मेजबानी में शिखर सम्मेलन सफल रहे
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने अपनी दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हम इस वर्ष जी20 के नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हैं और हम यह सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि इस वर्ष भारत की मेजबानी में जी20 (शिखर सम्मेलन) सफल रहे.’


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘यह हमारी प्रतिबद्धता बनी रहेगी. जून में प्रधानमंत्री मोदी की यहां यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति (बाइडन) और प्रधानमंत्री ने शिखर सम्मेलन में साझा प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए अपना दृढ़ संकल्प साझा किया.’


चीन अपनी भूमिका खुद तय करे
इससे पहले अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि यह चीन को तय करना है कि वह नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में किस तरह की भूमिका निभाना चाहता है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर बीजिंग इसमें आना चाहता है और ‘बिगाड़ने वाले’ की भूमिका निभाना चाहता है, तो यह विकल्प उसके लिए उपलब्ध है.


अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन मंगलवार को व्हाइट हाउस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जी20 शिखर सम्मेलन पर भारत-चीन सीमा तनाव के प्रभाव को लेकर एक सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा, ‘जहां तक भारत और चीन के बीच तनाव का (जी20) शिखर सम्मेलन को प्रभावित करने का सवाल है तो यह वास्तव में चीन पर निर्भर है. अगर चीन इसमें आना चाहता है और बिगाड़ने वाले की भूमिका निभाना चाहता है तो निश्चित रूप से यह विकल्प उनके लिए उपलब्ध है.


बता दें चीन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को घोषणा की कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस सप्ताह नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे और प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रधानमंत्री ली क्विंग करेंगे.  


(इनपुट- न्यूज एजेंसी- भाषा)