Kailasa: भगोड़े नित्यानंद के झांसे में आया इस देश का अधिकारी, कैलासा संग कर लिया समझौता..चली गई कुर्सी
Kailasa Nithyanand: काल्पनिक देश कैलासा के प्रतिनिधियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का खुलासा होने पर अर्नाल्डो चमोरो ने बुधवार को पराग्वे के कृषि मंत्रालय के स्टाफ प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया है. वे कैलासा के प्रतिनिधियों के झांसे में आ गए थे.
Paraguay Official Resigns: फर्जी देश बनाकर भारत से भागा भगोड़ा नित्यानंद एक बार फिर से चर्चा में है. इस बार उसके झांसे में पराग्वे का एक आ गया. इसके बाद उस अधिकारी को इस्तीफा देना पड़ गया. जानकारी के मुताबिक पराग्वे सरकार के एक अधिकारी को यह खुलासा होने के बाद इस्तीफा देना पड़ गया क्योंकि उन्होंने एक भगोड़े भारतीय गुरु के काल्पनिक देश के प्रतिनिधियों के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. यह भी बताया गया कि उस भगोड़े गुरु के ऊपर दक्षिण अमेरिकी देश में कई स्थानीय अधिकारियों को भी धोखा देने का आरोप है. यह शायद पहली बार है कि काल्पनिक देश संयुक्त राज्य कैलासा के स्वघोषित प्रतिनिधियों ने अंतरराष्ट्रीय नेताओं को धोखा दिया है.
किस तरह आए झांसे में?
दरअसल, इस साल की शुरुआत में कैलासा के स्वघोषित प्रतिनिधि जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र समिति की बैठक में भाग लेने में कामयाब रहे और अमेरिका-कनाडा में स्थानीय नेताओं के साथ समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए. इसी कड़ी में अब काल्पनिक देश के प्रतिनिधियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का खुलासा होने पर अर्नाल्डो चमोरो ने बुधवार को पराग्वे के कृषि मंत्रालय के स्टाफ प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया है. सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई समझौते की एक प्रति के अनुसार कई बातों का उल्लेख किया गया है. कहा गया कि संयुक्त राज्य कैलासा के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने पर विचार करने की चर्चा है. इसके साथ संयुक्त राष्ट्र सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों में इसके प्रशासन का संप्रभु एवं स्वतंत्र देश के रूप में समर्थन करने के लिए पराग्वे सरकार को सिफारिश की गई है.
समझौते में क्या था?
इस्तीफा देने वाले अधिकारी चमोरो ने कहा कि काल्पनिक देश के प्रतिनिधियों ने उनसे और कृषि मंत्री कार्लोस जिमेनेज से मुलाकात की थी. चमोरो ने माना कि उन्हें नहीं पता कि कैलासा कहां स्थित है. उन्होंने कहा कि 'समझौता ज्ञापन' पर हस्ताक्षर इसलिए किए क्योंकि उन्होंने सिंचाई सहित विभिन्न मुद्दों पर पराग्वे की मदद करने की पेशकश की थी. कैलासा के सोशल मीडिया खातों में पोस्ट की गई तस्वीरों में काल्पनिक देश के प्रतिनिधि मारिया एंटोनिया और करपई नगरपालिकाओं के स्थानीय नेताओं के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए भी दिखाई देते हैं.
भगोड़ा है नित्यांनद
बता दें कि भगोड़े नित्यानंद के काल्पनिक देश की वेबसाइट पर कैलासा को 'प्राचीन, प्रबुद्ध, हिंदू सभ्यता वाले राष्ट्र के पुनरुद्धार' के रूप में वर्णित किया गया है, जिसे दुनिया भर से विस्थापित हिंदुओं द्वारा पुनर्जीवित किया जा रहा है. इसका नेतृत्व स्वयंभू गुरु नित्यानंद द्वारा किया जाता है, जो यौन उत्पीड़न सहित कई आरोपों में भारत में वांछित है. हालांकि उसका ठिकाना अज्ञात है लेकिन उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है. बताया जाता है कि संयुक्त राज्य कैलासा के प्रतिनिधियों ने फरवरी में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र समिति की दो बैठकों में भाग लिया था.