वॉशिंगटन: उत्तर कोरिया की यात्रा पर गए संयुक्त राष्ट्र के एक दूत ने कोरियाई प्रायद्वीप में मौजूदा स्थिति को ‘‘सबसे अधिक तनावपूर्ण और संकटपूर्ण शांति एवं सुरक्षा का मुद्दा’’ बताया तथा उत्तर कोरियाई नेतृत्व से कहा कि उसे सुरक्षा परिषद के सभी संबंधित प्रस्तावों को लागू करना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र के राजनीतिक मामलों के अवर महासचिव जेफ्री फेल्टमैन पांच से आठ दिसंबर तक उत्तर कोरिया की यात्रा पर थे. यात्रा के दौरान उन्होंने उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री योंग हो और उनके उप मंत्री पीएके म्योंग गुक के साथ कई बैठकें कीं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘उन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप पर अपने विचार साझा किए और इस बात पर सहमत हुए कि मौजूदा स्थिति दुनिया में आज की सबसे तनावपूर्ण स्थिति है तथा यह संकटपूर्ण शांति एवं सुरक्षा का मुद्दा है.’’ फेल्टमैन ने इस बात पर जोर दिया कि उत्तर कोरिया को सुरक्षा परिषद के सभी संबंधित प्रस्ताव लागू करने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि इस स्थिति का केवल कूटनीतिक समाधान हो सकता है जिसे बातचीत की प्रक्रिया से ही हासिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि तनाव बढ़ने से चिंतित अंतरराष्ट्रीय समुदाय कोरियाई प्रायद्वीप की वर्तमान स्थिति का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्ध है.


अमेरिका के 'परमाणु ब्लैकमेल' की वजह से बढ़ा कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव: उत्तर कोरिया


इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ मुलाकात के बाद उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम पर तनाव बढ़ाने के लिए अमेरिका के ‘परमाणु ब्लैकमेल’ को दोष दिया. हालांकि संगठन के साथ नियमित संवाद कायम रखने पर सहमति भी जताई. सरकारी मीडिया ने शनिवार (9 दिसंबर) को यह जानकारी दी. संकट को कम करने के उद्देश्य से जेफरी फैल्टमेन पांच दिवसीय दौरे पर प्योंगयांग गए थे और वहां से बीजिंग रवाना हो गए. हफ्तेभर पहले ही उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसने नई बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है जो अमेरिका तक पहुंचने में सक्षम है.


वर्ष 2010 के बाद से संरा के इस स्तर के किसी राजनयिक का यह पहला दौरा था. उन्होंने विदेश मंत्री री यांग हो और उप विदेश मंत्री पाक म्योंग कुक से मुलाकात की. उन्होंने संरा द्वारा समर्थित चिकित्सकीय सुविधाओं का भी दौरा किया. उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने यह जानकारी दी.


रिपोर्ट में कहा गया, ‘इन सभी बैठकों में हमारे पक्ष की ओर से कहा गया कि कोरियाई प्रायद्वीप में वर्तमान में जो तनावपूर्ण स्थिति बनी है उसकी वजह उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिकी की शत्रुता की नीति और उसका परमाणु ब्लैकमेल है.’ फैल्टमेन संरा के राजनीतिक मामलों के अवर महासचिव हैं. उनका यह दौरा अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े संयुक्त सैन्य अभ्यास के ठीक बाद हुआ है.