Kuwait Fire: कुवैत से दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है,  कुवैत के दक्षिणी शहर मंगाफ में एक इमारत में आग लग गई है,  इस घटना में 41 लोगों की मौत और 30 लोग घायल हो गए. सूत्रों की मुताबिक मरने वालों में 40 भारतीय शामिल हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पीएम मोदी ने जताया दुख
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत की इस घटना पर दुख जताया है, पीएम मोदी ने अपने एक्स पर लिखा ''कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि जो भी लोग घायल हुए हैं, वह जल्द ठीक हो जाएं, कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है. प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. पीड़ितों की हरसंभव मदद में की जाएगी.''



सुबह लगी आग
यह घटना स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 9 बजे के आसपास) हुई. कुवैत के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक आग के कारण लगभग 43 लोग घायल हुए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से चार लोगों की मौत हो गई है. 


आग लगने का देखें वीडियो:- 



विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जताया दुख, सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है. कथित तौर पर 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 50 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हमारे राजदूत शिविर में गए हैं. हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं."



कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है और कहा है कि आग दुर्घटना में कुछ भारतीय मजदूर भी शामिल हैं, दूतावास उन सबके लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है. वहां के स्थानीय मीडिया ने बताया कि इमारत में मलयालम लोगों की बड़ी आबादी रहती है. हालांकि, अधिकारियों की ओर से आधिकारिक पुष्टि अभी भी बाकी है.


‌इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश
कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार,  कुवैत के उप प्रधानमंत्री शेख फहाद अल-यूसुफ अल-सबाह ने घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. शेख फहाद के पास आंतरिक और रक्षा मंत्रालय भी है, उनका कहना है "दुर्भाग्य से रियल एस्टेट मालिकों का लालच ही इस तरह की घटनाओं को जन्म देता है".


अधिकारियों के बयान
अधिकारियों ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है और वे इसकी वजह की जांच कर रहे हैं. एक वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने स्टेट टीवी को बताया, "जिस भवन में आग लगी थी, उसका इस्तेमाल श्रमिकों के रहने के लिए किया जाता था और वहां बड़ी संख्या में श्रमिक थे. दर्जनों लोगों को बचा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्य से आग से निकलने वाले धुएं के कारण कई लोगों की मौत हो गई."

इमारत में रहते थे 200 मजदूर
कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, छह मंज़िला इमारत के बाहरी हिस्से पर कालिख लगी हुई दिख रही है, जिसमें 196 मज़दूर रहते थे, जैसा कि उनके नियोक्ता ने मंत्री को जानकारी दी। तेल से समृद्ध कुवैत में बड़ी संख्या में विदेशी कामगार हैं, जिनमें से कई दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया से हैं और ज़्यादातर निर्माण या सेवा उद्योगों में काम करते हैं। जनरल फायर डिपार्टमेंट के एक सूत्र के अनुसार, ग्राउंड फ्लोर पर आग लगने के बाद पीड़ितों की मौत बढ़ते धुएं से हुई। ओवैहान ने बताया कि फोरेंसिक टीमें घटनास्थल पर काम कर रही हैं और अब तक तीन शवों की पहचान कर ली गई है।