Malabar Exercise 2023: विस्तारवादी चीन को भारत का स्पष्ट संदेश, क्वाड देशों के साथ आज से शुरू करेगा मालाबार नौसेना युद्धाभ्यास
Malabar Exercise 2023 News: दुनिया में अपनी दबंगई दिखाने की कोशिश कर रहे चीन के सामने भारत चट्टान बनकर खड़ा हुआ है. वह आज से ऑस्ट्रेलिया में क्वाड देशों की नौसेनाओं के साथ मिलाकर फिर से ड्रैगन को बड़ा संदेश देने जा रहा है.
Malabar Exercise 2023 Latest Updates: विस्तारवादी चीन से नापाक मंसूबों से निपटने के लिए भारत लगातार मित्र देशों के साथ संबंधों को मजबूत कर रहा है. अब वह क्वाड देशों के साथ मिलकर मालाबार युद्ध अभ्यास में ड्रैगन को बड़ा संदेश देने वाला है. ऑस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में होने वाला यह युद्धाभ्यास 11 से 21 अगस्त तक चलेगा. इस युद्धाभ्यास में क्वाड के चारों देशों भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान की नौसेनाएं शामिल होंगी.
भारत के ये युद्धपोत लेंगे भाग
अधिकारियों के मुताबिक मालाबार युद्धाभ्यास (Malabar Exercise 2023 News) के इस संस्करण में भारतीय नौसेना के अग्रिम पंक्ति के स्वदेशी युद्धपोत INS सह्याद्री और INS कोलकाता हिस्सा लेंगे. इस वार्षिक युद्धाभ्यास में समुद्र और बंदरगाह दोनों चरण शामिल होंगे, जिसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. इसी इलाके में चीन अपनी दबंगई दिखाने की कोशिश कर रहा है, जिसे रोकने के लिए चारों देश एकजुट हो रहे हैं.
2 चरणों में होगा मालाबार युद्धाभ्यास
भारतीय नौसेना (Malabar Exercise 2023 News) ने बयान जारी करके बताया कि इस युद्धाभ्यास में अमेरिकी नौसेना (USN), जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (JMSDF) और रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना (RAN) के जहाजों और विमान शामिल होंगे. मालाबार 2023 का आयोजन दो चरणों में किया जाएगा. समुद्र तट चरण में एक-दूसरे के जहाजों में दौरे, पेशेवर आदान-प्रदान, खेल और समुद्री चरण की योजना तथा संचालन के लिए वार्ता जैसी व्यापक गतिविधियां शामिल हैं. वहीं समुद्री चरण में युद्ध के सभी तीन क्षेत्रों में विभिन्न जटिल और उच्च तीव्रता वाले अभ्यास शामिल होंगे, जिनमें हथियार चलाने के अभ्यास समेत सतह-रोधी, वायु-रोधी और पनडुब्बी रोधी अभ्यास किए जाएंगे. ’
4 देशो की नौसेनाएं दिखाएंगी दम
भारतीय नौसेना (Malabar Exercise 2023 News) के मुताबिक यह युद्धाभ्यास भारतीय नौसेना को अपनी क्षमता बढ़ाने और दूसरे मित्र देशों के साथ समुद्री सुरक्षा संचालन में सर्वोत्तम लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है. मालाबार युद्धाभ्यास की यह सीरीज वर्ष 1992 में भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच एक द्विपक्षीय अभ्यास से शुरू हुई थी. बाद में इसमें जापान भी शामिल हो गया. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को भी इसमें एंट्री दे दी गई. अब यह युद्धाभ्सास चीन के खिलाफ मजबूत प्रतिरोधक के रूप में उभर रहा है.
(एजेंसी भाषा)