Gabriel Attal: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गेब्रियल अट्टल को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है. गौर करने वाली बात यह है कि वे महज 34 साल के हैं और यह पद संभालने वाले फ्रांस के सबसे कम उम्र के नेता हैं. एलिजाबेथ बोर्न के इस्तीफा देने के बाद गेब्रियल को बड़ी जिम्मेदारी सौपी गई है. गेब्रियल अट्टल कौन हैं? फ्रांस को अचानक नया प्रधानमंत्री क्यों मिला? गेब्रियल समलैंगिक हैं और अपनी यह पहचान वे छुपाते नहीं हैं. इसका देश के लिए क्या मतलब होगा? आइये इन सभी सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गेब्रियल अटल कौन हैं?


अट्टल के पास बोर्न की सरकार में शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी थी. मिलनसार व्यक्तित्व वाले गेब्रियल अट्टल बेहद साफ-सुथरी छवि वाले नेता हैं. उन्हें निवर्तमान सरकार में सबसे लोकप्रिय मंत्री के रूप में चुना गया था. कई मायनों में उनका तेजी से आगे बढ़ना खुद इमैनुएल मैक्रों की छवि को दर्शाता है. जिन्होंने हमेशा अपना रुख स्पष्ट रखा और इसके लिए उनकी प्रशंसा भी होती रही है. गौर करने वाली बात यह है कि गेब्रियल ने मैक्रॉन की राष्ट्रपति पद की दावेदारी के समर्थन में 2016 में सोशलिस्ट पार्टी छोड़ दी थी. तब वे 17 साल के थे.


2017 में संसद में एंट्री


ग्रेब्रियल 2017 में संसद के लिए चुने गए और एक साल बाद युवाओं के लिए राज्य सचिव के रूप में सरकार में शामिल हुए. फ्रांस के पांचवें गणराज्य की शुरुआत के बाद से सबसे कम उम्र के कैबिनेट सदस्य बने. बाद में उन्होंने सरकारी प्रवक्ता, फिर बजट मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी संभाली. बीते साल जुलाई में उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया था.


सुर्खियों में रहें हैं गेब्रियल..


शिक्षा मंत्री के रूप में गेब्रियल के फैसलों की चर्चा हमेशा होती रहती है. उन्होंने अबाया (मुस्लिम लड़कियों द्वारा पहने जाने वाले लंबे, ढीले वस्त्र) पर प्रतिबंध लगाने, स्कूलों में अनिवार्य ड्रेस के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के प्रयासों के लिए सुर्खियां बटोरी थी. गेब्रियल ने प्राइवेट स्कूल इकोले अलसैसिएन और फिर पेरिस में साइंसेज पो विश्वविद्यालय में पढ़ाई की.


और मजबूत होंगे मैक्रों?


माना जा रहा है कि धुर दक्षिणपंथियों के बढ़ते राजनीतिक दबाव के बीच अपने शेष कार्यकाल के लिए गेब्रियल की नियुक्ति के साथ इमैनुएल मैक्रों ने नई शुरुआत की है. उनके इस कदम से उन्हें युवाओं का तो साथ मिलेगा ही साथ ही समलैंगिक समाज भी उनके साथ आएगा. गेब्रियल फ्रांस के ऐसे पहले प्रधानमंत्री भी हैं जिन्होंने खुद के समलैंगिक होने को छिपाया नहीं है. एक सर्वे में उन्हें निवर्तमान सरकार का सबसे लोकप्रिय मंत्री बताया गया था. मैक्रों आने वाले दिनों में नयी सरकार बनाने के लिए अट्टल के साथ काम करेंगे, हालांकि कुछ प्रमुख मंत्रियों के बने रहने की उम्मीद है.


क्या कहा ग्रेब्रियल अट्टल ने?


एक समारोह के दौरान, अट्टल ने कहा कि मैं इसे पढ़ और सुन सकता हूं.. इतिहास में गणतंत्र का सबसे युवा राष्ट्रपति इतिहास में सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री की नियुक्ति करता है. मैं इसे केवल निर्भीकता और गतिशीलता के प्रतीक के रूप में देखना चाहता हूं. यह शायद सबसे बढ़कर, युवाओं में आत्मविश्वास का प्रतीक है. अट्टल ने कहा कि उनके लक्ष्यों में सुरक्षा को “पूर्ण प्राथमिकता” बनाना और “दूसरों के अधिकार और सम्मान” के मूल्यों को बढ़ावा देना शामिल है.


(एजेंसी इनपुट के साथ)