Maldives President: भारत और मालदीव के बीच तनाव के बीच, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चीन से लौटने पर एक आक्रामक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि किसी को भी मालदीव को धमकाने का अधिकार नहीं है, भले ही वह देश छोटा क्यों न हो. मुइज्जू ने प्रत्यक्ष रूप से किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन यह माना जा रहा है कि उनका इशारा भारत की ओर है.


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असल में मुइज्जू का चीन दौरा ऐसे समय में हुआ जब मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए निलंबित कर दिया गया था. इस घटना ने भारत और मालदीव के बीच तनाव को बढ़ा दिया है. मुइज्जू को चीन समर्थक माना जाता है. उनके चीन दौरे के दौरान, उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी.


चीन से बढ़ रही नजदीकी
हालांकि मालदीव के लिए भारत एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सैन्य सहयोगी रहा है. लेकिन हाल के दिनों में, मालदीव ने चीन के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की कोशिश की है. अब यह देखना बाकी है कि भारत और मालदीव के बीच तनाव कैसे कम होता है. मुइज्जू के चीन दौरे को दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच देखा जा रहा है. चीन ने मालदीव को आर्थिक मदद और सैन्य सहायता देने का वादा किया है. इससे भारत को चिंता है कि चीन मालदीव में अपना प्रभाव बढ़ा रहा है.


मालदीव भारत विवाद
हाल ही में विवाद की शुरुआत 2 जनवरी, 2024 को हुई जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने लक्षद्वीप में कई नए विकास परियोजनाओं की घोषणा की, जिनमें एक नया हवाई अड्डा, एक बंदरगाह और एक पर्यटन केंद्र शामिल हैं. इस दौरे को लेकर मालदीव के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं. इन टिप्पणियों को लेकर भारत ने मालदीव सरकार से स्पष्टीकरण मांगा. मालदीव सरकार ने इन टिप्पणियों की निंदा की और तीनों मंत्रियों को निलंबित कर दिया. इसी विवाद के बीच, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चीन की यात्रा की है.