उत्तर कोरिया ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के मध्य रूस को सहयोग देने के वास्ते और तोपें भेजी हैं, साथ ही रूस में मौजूद हजारों उत्तर कोरियाई सैनिकों में से कुछ ने युद्ध में भाग लेना शुरू कर दिया है.
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यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच उत्तर कोरिया ने रूस को बड़ी मदद भेजी है. किम जोंग उन ने रूस को सहयोग देने के लिए और तोपें भेजी हैं. इसके साथ ही रूस में मौजूद हजारों उत्तर कोरियाई सैनिकों में से कुछ ने युद्ध में भाग लेना भी शुरू कर दिया है. दक्षिण कोरिया की जासूसी एजेंसी ने बुधवार को देश के सांसदों को यह जानकारी दी. उत्तर कोरिया के इस कदम से व्लादिमीर पुतिन को बड़ी ताकत मिली है, जिसके बाद यूक्रेन को सावधान रहने की जरूरत है.
तो क्या अब कुछ बड़ा करने के मूड में हैं पुतिन?
दक्षिण कोरिया का यह आकलन रूस की ओर से सोमवार को दी गई उस चेतावनी के बाद आया है, जिसमें उसने कहा था कि यूक्रेन को अमेरिका द्वारा दी गईं लंबी दूरी की मिसाइलों से रूस के अंदर लक्ष्यों पर हमला करने की जो बाइडन की अनुमति युद्ध में ‘आग में घी डालने’ का काम करेगी. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि बाइडन ने यह निर्णय उत्तर कोरिया के लगभग पूरी तरह से युद्ध में भाग लेने के कारण लिया था.
बैठक में भाग लेने वाले सांसद ली सियोंग क्वेउन ने बताया कि संसद में बंद कमरे में हुई बैठक में राष्ट्रीय खुफिया सेवा ने कहा कि उत्तर कोरिया ने रूस को 170 मिमी की स्व-चालित बंदूकें और 240 मिमी की बहु-रॉकेट प्रक्षेपण प्रणालियां निर्यात की हैं. ली ने संवाददाताओं को बताया कि एनआईएस का आकलन है कि रूसी सेना इस प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल नहीं करती, इसलिए उत्तर कोरिया ने संभवतः इनका इस्तेमाल करने तथा इनके रखरखाव का प्रशिक्षण देने के लिए अपने कर्मियों को भेजा होगा.
पिछले सप्ताह ‘रूसी टेलीग्राम’ और अन्य सोशल मीडिया पोस्ट ने तस्वीरें प्रकाशित कीं, जिनमें उत्तर कोरिया की 170 मिमी स्व-चालित तोप ‘‘कोकसन’’ को रूस के अंदर रेल के जरिये ले जाते दिखाया गया था. वहीं ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ ने यूक्रेनी खुफिया आकलन का हवाला देते हुए रविवार को अपनी एक खबर में कहा कि उत्तर कोरिया ने हाल के हफ्तों में रूस को घरेलू स्तर पर निर्मित पचास 170 मिमी स्व-चालित हॉवित्जर और बीस 240 मिमी मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम भेजे हैं.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)