Nepal Polls: नेपाल में किसकी सरकार बनेगी, सबकी नजरें अब इस पर टिक गई हैं. रविवार को भारत के इस पड़ोसी देश में संसदीय और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए वोटिंग हुई थी. सोमवार से काउंटिंग शुरू कर दी गई थी. शुरुआती नतीजे भी आने शुरू हो गए हैं लेकिन फाइनल रिजल्ट आने में अभी और वक्त लग सकता है. इस चुनाव में 61 प्रतिशत मतदान हुआ था. 


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नेपाल में संसद की 165 और सात प्रांतों की 330 विधानसभा सीटों पर सीधे तौर पर मतदान हुआ था. जबकि नेपाल के इलेक्शन सिस्टम के तहत 220 प्रांतीय विधानसभा सीटों और 110 संसदीय सीटों पर अनुपातिक मतदान व्यवस्था के तहत वोट डाले गए थे. 


शुरुआती नतीजे क्या कहते हैं.


सत्ताधारी पार्टी नेपाली कांग्रेस संघीय और प्रांतीय दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है. हालांकि उसकी बढ़त कायम रहेगी या नहीं, ये फिलहाल साफ नहीं है. प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने रिकॉर्ड सातवीं बार अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र दधेल्डुरा से चुनाव जीता है. उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी सागर ढकाल ने चुनौती दी थी. ढकाल को 13000 से ज्यादा वोट मिले हैं. लोगों का कहना है कि एक नए प्रत्याशी का देउबा के सामने इतने ज्यादा वोट हासिल करना बड़ी उपलब्धि है.


चूंकि पीएम शेर बहादुर देउबा जीत चुके हैं इसलिए वह दोबारा पीएम पद के लिए दावेदारी पेश करेंगे. नेपाली कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी पीएम पद पर दावेदारी के संकेत दिए हैं. नेपाल कांग्रेस के दो महामंत्री गगन थापा और बिस्व प्रकाश शर्मा ने भी चुनाव में जीत का स्वाद चखा है. थापा ने काठमांडू संसदीय क्षेत्र से फतह हासिल की है. उन्होंने चुनाव से पहले घोषणा कर दी थी कि वह पीएम पद के लिए भावी दावेदार हैं. जबकि शर्मा ने थापा का समर्थन करने का ऐलान किया था. अब देखने वाली बात होगी कि नेपाली कांग्रेस का संसदीय दल का नेता किसको चुना जाएगा.


गठबंधन किस करवट बैठेगा?


सत्ताधारी गठबंधन में पुष्प कमल दहाल प्रचंड की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल माओइस्ट सेंटर (सीपीएन-एमसी) और माधव कुमार नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड सोशलिस्ट (सीपीएन-यूएस) भी चुनावी अखाड़े में उतरी थी. प्रचंड अपने क्षेत्र में आगे चल रहे हैं. फिलहाल वहां के नतीजे घोषित नहीं हुए हैं. नतीजे आने के बाद देखना होगा कि गठबंधन क्या शक्ल लेता है.


इस पार्टी ने सबको चौंकाया


वहीं टीवी होस्ट से राजनेता बने रबी लामिछाने की अगुआई वाली नेशनल इंडिपेंडेंट पार्टी या राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) चुनावों के बाद नेपाल में एक नई राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी है. प्रारंभिक नतीजों के अनुसार, पार्टी को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के तहत काफी सीटें जीतने की संभावना है, जिसे राजनीतिक ताकतों के खिलाफ भारी मोहभंग करार दिया गया है. यह पहले ही काठमांडू घाटी में तीन सीटें जीत चुकी है और कम से कम पांच संघीय निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है, चितवन का प्रतिनिधित्व लामिछाने करते हैं. अगर वर्तमान प्रवृत्ति जारी रहती है, तो आरएसपी संघीय संसद में कम से कम 20 सीटें जीतेगी.


(एजेंसी इनपुट के साथ)


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