North Korea Kim Jong Un: दुनिया में सबसे खतरनाक तानाशाहों में एक किम जोंग उन तो सभी को याद होगा, उसके और उसके देश के कारनामे कुछ ऐसे होते हैं कि पूरी दुनिया में चर्चा होने लगती है. इस बार भी किम जोंग उन ने ऐसा किया कि चर्चा होने लगी. 


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1 जुलाई के बाद किम का ठनका माथा
पिछले कुछ दिनों से किम जोंउ उन अपने दुश्मनों को लगातार परमाणु बम की धमकी दे रहा है. दक्षिण कोरिया से उसकी दुश्मनी जगजाहिर है. इसी बीच किम जोंग उन ने 360 किलोमीटर दूर तक आसमान में मिसाइलों की बौछार कर दी. उत्तर कोरिया ने 1 जुलाई के बाद पहली बार बैलिस्टिक मिसाइल को दागा है.दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया ने गुरुवार को समुद्र की ओर कई छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई.

दक्षिण कोरिया है निशाना?
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक मिसाइलों को दक्षिण कोरिया पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया था. दक्षिण कोरियाई संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने प्रक्षेपणों की निंदा करते हुए इसे उकसावे वाला बताया जो कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है. ये प्रक्षेपण दो महीने से अधिक समय में उत्तर कोरिया की पहली सार्वजनिक हथियार फायरिंग गतिविधियां थी. एक जुलाई को उत्तर कोरिया ने एक नए सामरिक हथियार का परीक्षण करने का दावा किया जो एक सुपर-लार्ज 4.5 टन-क्लास वारहेड ले जाने में सक्षम है.


परमाणु हथियार बनाने के लिए पागल किम?
यह प्रक्षेपण उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग के उस बयान के बाद हुआ है, जिसमें कहा गया था कि परमाणु हथियार बनाने के लिए हम तैयार हैं, कभी भी इसका उपयोग कर सकते हैं.


360 किलोमीटर तक गूंजती रही मिसाइलों की आवाज
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि उन्होंने उत्तर कोरिया की राजधानी से प्रक्षेपित मिसाइलों को कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच के जलक्षेत्र में गिरने से पहले 360 किलोमीटर (लगभग 220 मील) की दूरी तक उड़ते हुए पाया गया. जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने अधिकारियों को जहाजों और विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, लेकिन किसी भी तरह के नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली है.

आसमान में 100 किलोमीटर तक ऊपर तक उड़ी मिसाइलें
जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया की ओर से कम से कम दो बैलिस्टिक मिसाइलें 350 किलोमीटर से अधिक की दूरी तक लगभग 100 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ीं. जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा जिन्होंने अपने आगामी इस्तीफे से पहले दक्षिण कोरिया के साथ संबंधों की पुष्टि करने के लिए पिछले सप्ताह सियोल का दौरा किया था. उन्होंने ने कहा कि टोक्यो ने प्रक्षेपण की कड़ी निंदा की है उत्तर कोरिया के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है. किशिदा ने कहा, "हम अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ निगरानी और सहयोग के लिए हर संभव प्रयास जारी रखेंगे।"


नंवबर से पहले बड़ा करेगा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले परमाणु परीक्षण या लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण कर सकता है, ताकि भविष्य में अमेरिका के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया जा सके.


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