इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों को “तत्काल लागू” करेगा और वह प्रस्ताव से पुलवामा हमले से उसे जोड़ने समेत सभी “राजनीतिक संदर्भों” को हटाए जाने के बाद उसे सूचीबद्ध करने पर सहमत हुआ. भारत के लिये एक बड़ी कूटनीतिक जीत में संयुक्त राष्ट्र ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के प्रस्ताव पर चीन द्वारा तकनीकी बाधा हटाए जाने के बाद पाकिस्तान स्थित अजहर को “वैश्विक आतंकवादी” घोषित किया. प्रस्ताव फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति में फरवरी में लाया गया था.


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जम्मू कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सुरक्षा बलों पर 14 फरवरी को पाक के आतंकी संगठन जैश के आतंकी हमला करने के कुछ ही दिनों बाद यह प्रस्ताव लाया गया था. पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने विश्व निकाय के इस कदम को “भारत की जीत और उसके रुख की पुष्टि” मानने से भी इनकार किया जैसा कि भारतीय मीडिया में इसे बताया जा रहा है.


फैसल ने कहा, “पाकिस्तान कहता रहा है कि आतंकवाद दुनिया के लिये एक खतरा है. संरा सुरक्षा परिषद 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा सूचीबद्ध किया जाना स्पष्ट नियमों के तहत किया जाता है और इसके फैसले सहमति से लिये जाते हैं. पाकिस्तान ने हमेशा इन तकनीकी नियमों के सम्मान की जरूरत की वकालत की है और समिति के राजनीतिकरण का विरोध किया है.”


उन्होंने कहा कि अजहर को सूचीबद्ध किये जाने के पूर्व के प्रस्ताव विफल हुए क्योंकि वे प्रतिबंध समिति में जरूरी सहमति नहीं बना सके क्योंकि जानकारियां उसके तकनीकी पैमानों को पूरी नहीं कर रही थीं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान “अजहर पर लागू प्रतिबंधों को तत्काल प्रभावी” करेगा.