Dawood Ibrahim Death: भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम को लेकर पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है. खबर है कि 67 साल का दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में या तो मर चुका है या फिर अपनी जिंदगी की अंतिम सांसें ले रहा है. क्योंकि पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें चल रही हैं कि दाऊद को जहर दिया गया है. और कराची के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है.


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खबर है कि कराची में एक अज्ञात शख्स ने उसे जहर दे दिया है. उसके बाद उसकी हालत खराब हो गई है. उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है. दावा किया जा रहा है कि दाऊद को उसके घर पर ही जहर दिया गया है, जिससे उसकी हालत बिगड़ी है. दाऊद को जहर किसने और क्यों दिया इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है.


कराची में यहां रहता है दाऊद


पाकिस्तान में ज्यादातर लोगों को पता है कि दाऊद और उसका परिवार पाकिस्तान में ही रहता है. उसके घर तक की लोकेशन बताई जा चुकी है. सूत्रों के मुताबिक दाऊद का घर फिलहाल कराची के डिफेंस एरिया में है. और उसे सुरक्षा कारणों से अपना ठिकाना भी बदला है.  इससे पहले उसका घर कराची के क्लिफ्टन एरिया में था. दाऊद बार-बार अपना पता बदलता रहता है. उसके लिए पाकिस्तान में 3 से 4 लोकेशन रिजर्व रखी गई है. दाऊद को बचाने के लिए हर तरीके से इंतजाम किए जाते रहे हैं.


दूसरी ओर दाऊद को जहर देने की खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर दाऊद को जहर देने की खबरों का बाजार गर्म है. ये भी कहा जा रहा है कि उसे अस्पताल में किसी गंभीर बीमारी के लिए भर्ती कराया गया है और उसे अस्पताल में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है क्योंकि पाकिस्तान की सरकार नहीं चाहती है कि दाऊद से जुड़ी कोई भी खबर मीडिया में लीक हो.


पाकिस्तान के यूट्यूबर आरजू काजमी ने कहा, बहुत ही सनसनीखेज और अहम खबर सोशल मीडिया पर चल रही है कि दाऊद इब्राहिम जो भारतीय नागरिक है. उसके बारे में बताया जा रहा है कि  उसको किसी ने जहर दे दिया है. अब उसकी हालत नाजुक है.



दो दिन से अस्पताल में भर्ती है दाऊद


सूत्रों के मुताबिक दाऊद दो दिनों से अस्पताल में भर्ती है.  दाऊद को अस्पताल के अंदर कड़ी सुरक्षा में रखा गया है. और वो अपने फ्लोर पर एकमात्र मरीज है.  केवल अस्पताल के आला अधिकारी, चुने हुए मेडिकल स्टाफ और दाऊद के परिवार के करीब सदस्यों को ही उस मंजिल तक जाने की इजाज़त है.


इससे पहले भी दावा किया गया था कि दाऊद कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहा है. बताया ये भी जा रहा है कि कराची के मुमताज अस्पताल में बीते कुछ समय से अंडरवर्ल्ड माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम अपनी किडनी की गंभीर बीमारी का इलाज कर रहा था.


इस बार इस खबर को लेकर पाकिस्तान में भी हलचल देखी जा सकती है. रविवार शाम से ही सोशल मीडिया पर ये खबरें आनी शुरू होने लगी थीं. इसके बाद पाकिस्तान में कई जगह इंटरनेट सेवाएं ठप कर दी गईं. और पाकिस्तान में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के सर्वर डाउन हो गए..पाकिस्तान के पत्रकारों के मुताबिक बगैर किसी कारण के पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी ने इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है. 


पाकिस्तान में इंटरनेट बंद


पाकिस्तान में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म काम नहीं कर रहे हैं. पाकिस्तान के कराची, लाहौर, मीरपुर खास और रावलपिंडी जैसे इलाकों में यूट्यूब, फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ठप कर दिया गया है. जबकि कुछ जगह फ्रीक्वेंसी बहुत डाउन कर दी है.


दाऊद इब्राहिम भारत के सबसे मोस्ट वांटेड आतंकियों में से एक है वो 1993 मुंबई बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है.पकड़े जाने के डर से दाऊद ने पाकिस्तान में शरण ली हुई है. हालांकि पाकिस्तान ने कभी भी ये कबूल नहीं किया कि दाऊद उसके मुल्क में रह रहा है. इसलिए अगर दाऊद को जहर दिया गया है या वो मारा गया है. उसकी पुष्टि पाकिस्तान कभी भी नहीं करेगा.


अपने जाल में फंसा पाकिस्तान


पाकिस्तान आज पूरी तरह जाल में फंस गया है. पाकिस्तान न तो खुलकर ऐलान कर सकता है कि दाऊद इब्राहिम को ज़हर दिया गया है न वो इल्जाम लगा सकता है कि भारत की तरफ से ही उसे फूड पॉइजनिंग दी गई. क्योंकि पाकिस्तान ने दाऊद को हमेशा सपोर्ट किया. उसे पाकिस्तान में रखकर पाला-पोसा.पाकिस्तान की टेरर फंडिंग में दाऊद का रोल बताया जाता है.


अब पाक के लिए किसी काम का नहीं दाऊद


हालांकि दाऊद की मौत हो गई है, इसकी आधिकारिक पुष्टि कभी नहीं हो पाएगी. वो मर भी गया तो उसे चुपचाप कोने में दफ़ना दिया जाएगा. उसकी मौजूदगी के बारे में पाकिस्तान हमेशा नकारता रहेगा. एक बात ये भी है कि दाऊद पाकिस्तान के लिए बोझ बन चुका है. दाऊद और ISI का ड्रग्स और अफीम का धंधा चौपट हो चुका है क्योंकि तालिबान ने अफ़गानिस्तान में ड्रग्स और अफीम कारोबार को ख़त्म कर दिया है. इसलिए दाऊद के ज़रिए ISI के लिए आमदनी का सोर्स बंद हो गया है.


अफगानिस्तान से ड्रग्स का ट्रेड होता था, जिसको प्रोसेस और डिस्ट्रिब्यूशन करवाने में दाऊद का बहुत बड़ा हाथ था और ISI उसकी पार्टनर थी वो धंधा काफी हद तक बंद हो चुका है. जानकारों के मुताबिक पाकिस्तान में मौजूद दाऊद इब्राहिम सहित दूसरे आतंकी संगठनों की वजह से पाकिस्तान को दुनिया से मदद नहीं मिल पा रही है.