China-Pakistan: डोनाल्ड ने चल दिया `ट्रंप कार्ड`.. बढ़ने वाली हैं चीन-पाकिस्तान की मुश्किलें!
Mike Waltz NSA USA: अमेरिका ने चीन और पाकिस्तान को सख्त संदेश देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. डॉनल्ड ट्रंप ने चीन और पाकिस्तान के कट्टर आलोचक माइक वॉल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के पद पर नियुक्त किया है.
Mike Waltz NSA USA: अमेरिका ने चीन और पाकिस्तान को सख्त संदेश देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. डॉनल्ड ट्रंप ने चीन और पाकिस्तान के कट्टर आलोचक माइक वॉल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के पद पर नियुक्त किया है. माइक वॉल्ट्ज का चयन भारत के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि उनकी विचारधारा भारत के हितों से मेल खाती है.
भारत के लिए माइक वॉल्ट्ज का समर्थन
माइक वॉल्ट्ज ने हमेशा चीन और पाकिस्तान के आक्रामक रुख की आलोचना की है. अमेरिका में 'इंडिया कॉकस' के हेड के रूप में उन्होंने भारत-अमेरिकी संबंधों को मजबूत करने में भी योगदान दिया है. ऐसे में उनका NSA बनना भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी के लिए भी फायदेमंद हो सकता है.
चीन की विस्तारवादी नीति पर कड़ी नजर
2023 में भारत यात्रा के दौरान माइक वॉल्ट्ज ने चीन को लेकर तीखी टिप्पणियां की थीं. उन्होंने चीन की आक्रामक नीतियों और दक्षिण एशिया में अस्थिरता फैलाने की उसकी कोशिशों पर सवाल उठाए. उनके अनुसार, चीन एक अस्थिर शक्ति है जो अपने पड़ोसी देशों के साथ-साथ भारत और अमेरिका के लिए भी परेशानी का कारण बनता है.
पाकिस्तान के प्रति भी सख्त रुख
पाकिस्तान की आतंकवादी नीतियों और आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने के मामले में माइक वॉल्ट्ज का रुख बिल्कुल साफ है. उन्होंने कई मौकों पर पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थक नीतियों की आलोचना की है. उनकी यह सोच भारत की नीति के समान है, जो आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाती है.
चीन के मानवाधिकार उल्लंघन पर आवाज
माइक वॉल्ट्ज ने चीन में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की निंदा करते हुए 2022 के बीजिंग विंटर ओलंपिक का बहिष्कार करने की अपील भी की थी. यह कदम उनके चीन-विरोधी रुख को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि अमेरिका का नया NSA चीन के मानवाधिकार उल्लंघनों के प्रति सख्त रहेगा.
'ट्रंप कार्ड' से चीन को चुनौती
डॉनल्ड ट्रंप ने माइक वॉल्ट्ज को NSA बनाकर चीन को स्पष्ट संदेश दिया है कि अमेरिका उसकी विस्तारवादी नीतियों को बर्दाश्त नहीं करेगा. ट्रंप की यह नियुक्ति चीन के लिए एक चेतावनी है, जो अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के खिलाफ आक्रामक रवैया अपना रहा है.
अमेरिकी सेना का अनुभव
माइक वॉल्ट्ज एक रिटायर्ड आर्मी नेशनल गार्ड अधिकारी हैं और अफगानिस्तान युद्ध में भी उन्होंने हिस्सा लिया है. इस सैन्य अनुभव से उनके NSA के रूप में कामकाज में तेजी आने की संभावना है. उनकी रणनीतिक और सैन्य समझ अमेरिका की सुरक्षा नीतियों में योगदान देगी.
भारत-अमेरिका रिश्तों में मजबूती
माइक वॉल्ट्ज के NSA बनने से भारत-अमेरिका संबंधों में मजबूती आएगी. उनका भारत-अमेरिका सहयोग को बढ़ावा देने का रिकॉर्ड और चीन-पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख भारत के लिए राहत की खबर है. उनकी नियुक्ति से भारत-अमेरिका की सामरिक साझेदारी को नई ऊंचाई मिल सकती है.