Pakistan: जनता की समस्याओं को छोड़ कैबिनेट गठन की माथापच्ची में व्यस्त `शरीफ ब्रदर्स`, पाक में अच्छे दिन कब आएंगे?
Pakistan News: पाकिस्तान की सत्ता पर शरीफ सरकार काबिज हो चुकी है. सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कैबिनेट गठन की तैयारियों में जुट गए हैं. नवाज शरीफ ने भी शहबाज को जल्द से जल्द कैबिनेट गठन करने के निर्देश दिए हैं.
Pakistan News: पाकिस्तान की सत्ता पर शरीफ सरकार काबिज हो चुकी है. सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कैबिनेट गठन की तैयारियों में जुट गए हैं. नवाज शरीफ ने भी शहबाज को जल्द से जल्द कैबिनेट गठन करने के निर्देश दिए हैं. लेकिन पाकिस्तान में सरकार बनने के बाद से जनता के हित में कोई बात सामने नहीं आई है. कंगाली, गरीबी, मंहगाई और सुरक्षा के मद्दे पर जनता को कोई जवाब नहीं दे रहा.
नवाज ने जल्द कैबिनेट गठन का दिया निर्देश
नवाज शरीफ ने पीएम शहबाज शरीफ को जल्द कैबिनेट बनाने का निर्देश दिया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में पीएमएलएन और पीपीपी गठबंधन जल्द ही कैबिनेट को अंतिम रूप देगा. जिसमें पीएमएल-एन ने अपने प्रमुख समर्थक पीपीपी को कैबिनेट में शामिल होने का अनुरोध करने का फैसला किया है.
पीपीपी को कैबिनेट में शामिल करना चाहते हैं नवाज
कैबिनेट गठन को लेकर नवाज शरीफ के नेतृत्व में हुई बैठक में पीएम शहबाज शरीफ के अलावा कई नेता शामिल हुए. बैठक में निर्णय लिया गया कि कैबिनेट में शामिल होने के अनुरोध के साथ पीपीपी से फिर से संपर्क किया जाना चाहिए. शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव से पहले हुई बैठक में शहबाज शरीफ ने कहा था कि वह राष्ट्रपति चुने जाने के बाद आसिफ अली जरदारी से बात करेंगे.
शहबाज ने जरदारी से की बात
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि शहबाज ने जरदारी हाउस में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ अपनी मुलाकात में अपनी पार्टी के अनुरोध को दोहराया कि पीपीपी को भी कैबिनेट में शामिल होना चाहिए. बता दें कि चुनाव बाद गठबंधन के हिस्से के रूप में पीएमएल-एन और पीपीपी ने चार अन्य छोटे दलों के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया था. उस वक्त पीपीपी के सह-अध्यक्ष बिलावल भुट्टो को सरकार में न रहकर बाहर से समर्थन देने की घोषणा की थी.
पाकिस्तान के सामने समस्याओं का अंबार
बता दें कि वर्तमान में पाकिस्तान के सामने कई चुनौतियां हैं. पाकिस्तान आर्थिक चुनौतियों से उबरकर ही जनता को राहत दे पाएगा. पीएमएल-एन से लोगों की उम्मीदें बहुत अधिक हैं. लेकिन मौजूदा माहौल से ऐसा कुछ भी नहीं लग रहा है कि पाकिस्तान सरकार ऐसा कोई मास्टप्लान तैयार कर रही हो जिससे लोगों को राहत मिल सके. पाकिस्तान में महंगाई की समस्या जस की तस बनी हुई है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)