Pakistan Economy:  पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सामने सवाल देश की चरमराती इकॉनोमी को मजबूत करना है. इसके लिए लिए फिलहाल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) उनका सबसे बड़ा सहारा बन सकता है. इसी सिलसिले में उन्होंने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात की.  


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शरीफ ने जॉर्जीवा से नकदी संकट से जूझ रहे अपने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए एक नए लोन प्रोग्राम पर चर्चा की.


रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए आईएमएफ की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया.


पाकिस्तान की नई ईएफएफ की मांग
पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ प्रोग्राम हासिल किया था. पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है.


प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से रविवार को जारी बयान के नुसार, ‘दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि पथ सकारात्मक बना रहा.’


नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर के समझौते की उम्मीद
शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई. वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है. यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी.