Pakistan Gwadar Airport News in Hindi: पाकिस्तान के बलोचिस्तान में 2000 करोड़ रुपये में ग्वादर एयरपोर्ट बनाया गया है. ये एयरपोर्ट चाइनीज फंडिंग की मदद से 5 साल में बनकर तैयार हुआ है. हैरानी की बात है कि ग्वादर एयरपोर्ट का ऑनलाइन उद्घाटन किया गया. इसकी वजह है बलोचिस्तान के खराब सुरक्षा हालात, जिसकी वजह से शहबाज और चीन के पीएम ग्वादर नहीं पहुंच पाए और दोनों को मजबूरी में ऑनलाइन फीता काटना पड़ा.


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ग्वादर एयरपोर्ट का ऑनलाइन उदघाटन करके पाकिस्तान और चीन ने अपने खौफ का कबूलनामा पेश किया है. इस्लामाबाद में चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग आए हुए हैं. उनके साथ में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ हैं और दोनों ने मिलकर देश के एक हिस्से बलोचिस्तान में बने ग्वादर एयरपोर्ट का उद्धाटन किया. 


ग्वादर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए शहबाज- कियांग


ग्वादर एयरपोर्ट पाकिस्तान के बलोचिस्तान में मौजूद है और इस्लामाबाद से वहां जाने में कुछ घंटों का वक्त लगता है. फ्लाईट से जाएं तो ही मिनटों में वहां पहुंच सकते हैं लेकिन शहबाज और ली कियांग वहां जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाये. इसकी वजह है बलोचिस्तान में चल रहा एंटी पाकिस्तान विद्रोह.


ग्वादर एयरपोर्ट बलूचिस्तान प्रांत में मौजूद है. ये चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर यानी CPEC का हिस्सा है. चीन ने इसकी फंडिंग की है. ग्वादर एयरपोर्ट करीब 4 हजार एकड़ में फैला है. इस एयरपोर्ट में केवल एक रनवे होगा. इसका इस्तेमाल घरेलू और इंटरनेशनल उड़ानों के लिए होगा. ये पाकिस्तान का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है.


बलोच विद्रोहियों का डर, टाल दिया दौरा


इसका उद्घाटन इसी साल 14 अगस्त को होने वाला था. शहबाज शरीफ चीनी अधिकारियों के साथ इसे शुरू करने वाले थे. पर बलूच आन्दोलन की वजह से इस प्लान को रद्द कर दिया गया था. अब अगस्त से अक्टूबर का महीना आ गया और दो महीने बीतने के बाद भी बलोचिस्तान के हालात इस्लामाबाद के कंट्रोल से बाहर हैं.


अब आप पाकिस्तान के हालत का अंदाजा लगाइये. चीन के प्रधानमंत्री के लिये शहबाज ने रेड कारपेट बिछा दिया. पूरे इस्लामाबाद शहर को सजाया. करीब 11 साल के बाद चीन के पीएम पाकिस्तान की यात्रा पर आए. इसके बावजूद पाकिस्तान अपने वीवीआईपी गेस्ट को ग्वादर तक नहीं ले जा पाया.


हाथ से फिसलता दिख रहा ग्वादर एयरपोर्ट!


पाकिस्तान के सिर्फ बलोचिस्तान ही नहीं दूसरे इलाके भी आउट ऑफ कंट्रोल हैं.. खैबर पख्तून-ख्वा में एक आतंकी हमला हुआ. जिसमें 3 पुलिस अफसर मारे गये और ये सब उस समय हो रहा है जब पाकिस्तान में एससीओ समिट होने वाला है.


फिलहाल ग्वादर एयरपोर्ट की तस्वीरें देखकर ही चीन-पाकिस्तान संतोष कर रहे हैं. जब चीन के पीएम उद्घाटन के लिये ग्वादर नहीं जा पाए तो उस एयरपोर्ट को बलोच विद्रोही कितने दिन टिकने देंगे. चीन का दर्द ज्यादा है क्योंकि जो एयरपोर्ट जिनपिंग ने अपने पैसों से बनवाया..वो उसके हाथ से फिसलता दिख रहा है.