Pakistan China News: पाकिस्तान ने चीन को हर्जाने के तौर पर बड़ी रकम दी है. पाकिस्तान ने चीन को 72 करोड़ पाकिस्तानी रूपए हर्जाने के तौर पर दिए हैं. ये हर्जाना पाकिस्तान में चीनी नागरिकों की मौत के लिए दिया है. दरअसल इसी साल मार्च में पाकिस्तान में हुए एक हमले में 5 चीनी नागरिक मारे गए थे. इनके एवज में पाकिस्तान को ये जुर्माना भरना पड़ा है. कहावत है ना कंगाली में आटा गीला. कुछ यही हाल पाकिस्तान का है. वो दाने-दाने को मोहताज है.


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एक-एक रूपया भीख मांग मांग कर शहबाज शरीफ पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बचाने में लगे हैं. एक तरफ से पैसा आ रहा है और दूसरी ओर से जा रहा है. खुद उसका जिगरी दोस्त उसे एक हाथ से पैसा दे रहा है तो दूसरे हाथ से पैसा ले रहा है. यानी पाकिस्तान को उसी के दोस्त ने पैसे के मामले में झटका दे दिया है. पहले से ही कर्ज के बेझ तले दबे पाकिस्तान को अब चीन को 72 करोड़ का हर्जाना देना है. 


चीन क्यों कर रहा वसूली?


हाल ही में पाकिस्तान में चीनी नागरिकों के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। इस आतंकी हमले में पांच चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। अपने नागरिकों की मौत के बदले चीन ने पाकिस्तान से हर्जाना मांगा है. पाकिस्तान इस हमले में मारे गए चीनी नागरिकों के परिवारों को बदले में 2.58 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 72 करोड़ पाकिस्तानी रुपए दिए हैं. पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब की अध्यक्षता में एक बैठक हुई है जिसमें हर्जाना देने का फैसला लिया गया है. पाकिस्तानी एक्सपर्ट भी हैरान हैं कि इस कंगाली में इतना बड़ा अमाउंट देने पर सरकार राजी कैसे हो गई?

पाकिस्तान में चीन के नागरिकों पर 26 मार्च को खैबर पख्तूनख्वा में अटैक हुआ था जिसमें आत्मघाती हमलावर ने चीनी नागरिकों के काफिले को निशाना बनाया था जिसमें 5 चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी. इसके अलावा एक पाकिस्तानी ड्राइवर भी मारा गया था लेकिन ज़रा शहबाज़ शरीफ के लिए पाकिस्तानियों की जान की क्या कीमत है ज़रा ये भी देख लीजिए. चीन की चमचागिरी करने के लिए चीनी नागरिकों को हर्जाना 15 करोड़ एक एक इंजीनियर को दिया गया वहीं पाकिस्तान ड्राइवर को सिर्फ 25 लाख पाकिस्तानी रूपए दिए गए हैं.


पाकिस्तान की जनता भड़की

चीन की चमचागिरी में पाकिस्तान के हुक्मरान अपने ही नागरिक को भूल गए. इसमें कुछ नया नहीं है क्योंकि दुनिया जानती है कि कैसे पाकिस्तान चीन का प्यादा है. उसके रहमोकरम पर ही पाकिस्तान चल रहा है. छोटे से सामान से लेकर हथियार तक सब के लिए चीन की मेहरबानी पाकिस्तान को चाहिए. ये हर्जाना दिया तब जा रहा है जब शहबाज़ चीन के दौरे पर जाने वाले हैं और वहां एक बार फिर अपना कटोरा लेकर पहुंचेंगे. इससे पहले यूएई से भी शहबाज़ बड़ा निवेश लेकर आए थे. यही वजह है कि शहबाज़ सरकार अपने आका चीन को नाराज़ नहीं करना चाहती और लगातार कंगाली के बावजूद चीन को बड़ा हर्जाना देने पर तैयार हो गई.