DNA: पाकिस्तानी आतंकियों को मौत का `अज्ञात` भय? चुन-चुनकर मौत के घाट उतारे जा रहे भारत के मोस्ट वॉन्टेड
India Most Wanted Terrorists: पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान में चुन-चुनकर आतंकियों और उनके सरगनाओं का सफाया हो रहा है. इन को मारने वालों में `अज्ञात` हमलावर बताए जा रहे हैं. ये जो अज्ञात हमलावर हैं, ये कहां से आते हैं, किसको मारेंगे, कहां छिप जाएंगे, इसके बारे में ना पाकिस्तान में किसी को पता है, ना ही कनाडा में पता चला.
Pakistan Target Killings: दुश्मन के घर तूफान आया हुआ हो, तो खुशी भले ना हो, दुख भी नहीं होता. आपने एक पुरानी कहावत जरूर सुनी होगी, दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है. अर्थशास्त्र के रचयिता कौटिल्य, जिन्हें आप चाणक्य के नाम से भी जानते होंगे, उनका ही कहना था कि अगर आपके दुश्मन का कोई दुश्मन है तो वो आपका स्वाभाविक मित्र होता है.
आजकल भारत को उनका एक स्वाभाविक मित्र मिल गया है, उसका नाम है 'अज्ञात'. वैसे तो अज्ञात कोई नाम नहीं होता है, लेकिन पाकिस्तान और कनाडा जैसे देशों में आजकल इन 'अज्ञात' का बड़ा खौफ है. वजह ये है कि भारत विरोधी लोगों को ये 'अज्ञात', कब मारकर चले जाते हैं, किसी को कुछ पता नहीं चलता.
पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान में चुन-चुनकर आतंकियों और उनके सरगनाओं का सफाया हो रहा है. इन को मारने वालों में 'अज्ञात' हमलावर बताए जा रहे हैं. ये जो अज्ञात हमलावर हैं, ये कहां से आते हैं, किसको मारेंगे, कहां छिप जाएंगे, इसके बारे में ना पाकिस्तान में किसी को पता है, ना ही कनाडा में पता चला.
कनाडा ने लगाए थे भारत पर आरोप
पिछले वर्ष जून में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी. इसकी हत्या में भी अज्ञात हमलवारों का नाम सामने आया था. ये अज्ञात हमलावर कौन थे, कहां से आए थे, किसके इशारे पर निज्जर को मारा, ये अज्ञात हमलावर कहां चले गए, इसके बारे में कनाडा सरकार को भी फिलहाल कुछ नहीं पता है. कनाडा ने उस वक्त चीख-चीखकर, भारत पर इस हमले का दोष डालने की कोशिश की थी. इसको लेकर कनाडा सरकार ने कई झूठ भी बोले थे. लेकिन इस हमले का भारत से कनेक्शन को लेकर ना कोई सबूत मिला, ना ही कोई गवाह, ऐसे में भारत ने कनाडा सरकार को सख्य हिदायत देकर, आगे से ऐसे झूठे आरोप ना लगाने के लिए कहा था.
इस तरह के अज्ञात हमलावरों से पाकिस्तान भी डरा हुआ है. रविवार को लाहौर में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज को कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। सरफराज, वही आदमी है जिस पर पाकिस्तान की जेल में सरबजीत की हत्या करने का आरोप था.
वर्ष 2013 में पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी.
सरबजीत पर पाकिस्तान ने जासूसी का झूठा आरोप लगाया था. ये आरोप पाकिस्तान कभी साबित नहीं कर पाया था.
पाकिस्तान पर सरबजीत सिंह को जेल से रिहा करने का अंतरराष्ट्रीय दबाव था।
इसको देखते हुए ISI के इशारे पर सरफराज ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर सरबजीत सिंह की जेल में ही हत्या कर दी थी.
आपको जानकर हैरानी होगी कि वर्ष 2018 में सरबजीत सिंह की हत्या के दो आरोपियों को सबूतों के अभाव में छोड़ दिया था. इन दो आरोपियों में अमीर सरफराज और मुद्दसर थे.
जेल में हुई हत्या के इस मामले में किसी ने भी गवाही नहीं दी थी.
आपको यहां बताना जरूरी है कि पंजाब का सरबजीत सिंह 1990 में गलती से सीमापार करके पाकिस्तानी सीमा में चला गया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने सरबजीत सिंह को भारतीय जासूस बताकर बंधक बना लिया था. करीब 23 साल तक पाकिस्तानी जेल में रहने के बाद जब सरबजीत सिंह को रिहा करने का समय आया तो ISI ने जेल में ही सरबजीत सिंह की हत्या करवा दी थी. सरबजीत सिंह के हत्यारे और आतंकी सरफराज के मारे जाने की खबर ने भारत में कई लोगों को राहत दी है.
रणदीप हुडा ने अदा किया शुक्रिया
सरबजीत सिंह के हत्यारे की गोली मारकर की गई हत्या से रणदीप हुडा भी खुश हैं. रणदीप हुडा ने एक ट्वीट करके अपनी खुशी जाहिर की है. उन्होंने अज्ञात हमलावरों का शुक्रिया अदा किया है, जिन्होंने एक मासूम भारतीय की जेल में हत्या की थी.
अपने ट्वीट में रणदीप हूडा ने लिखा है- कर्म...धन्यवाद 'अज्ञात' व्यक्ति...बहन दलबीर कौर को याद कर रहा हूं, स्वपनदीप और पूनम को स्नेह भेज रहा हूं, आज शहीद सरबजीत सिंह को न्याय मिला है.
आपको बता दें कि रणदीप हुडा ने सरबजीत सिंह पर बनी फिल्म सरबजीत में लीड रोल किया था. इस फिल्म में सरबजीत सिंह के साथ जेल में हो रहे पाकिस्तान के जुल्मों को दिखाया गया था.
पाकिस्तान में टारगेट किलिंग का दौर
पिछले काफी समय से पाकिस्तान में आतंकियों और अपराधियों की टारगेट किलिंग हो रही है. जिस तरह से पाकिस्तानी आतंकी, जम्मू कश्मीर में निर्दोष नागरिकों की टारगेट किलिंग करवा रहे थे, ठीक उसी तरह से पाकिस्तान में खूंखार आतंकियों और अंडरवर्ल्ड डॉन बने अपराधियों की टारगेट किलिंग हो रही है. आतंकियों की टारगेट किलिंग से परेशान पाकिस्तान, इसके पीछे भारत का हाथ बताता है. लेकिन पाकिस्तान इसको लेकर आजतक कोई सबूत पेश नहीं कर पाया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान, ये बात कह रहा है कि भारत गैरकानूनी तरीके से अपने एजेंट्स के जरिए पाकिस्तान में हत्याएं करवा रहा है.
इसी महीने ब्रिटिश अखबार The Guardian ने भारत विरोधी आतंकियों की टारगेट किलिंग को लेकर एक रिपोर्ट छापी थी. उसमें उन्होंने विदेशी धरती पर होने वाली इन हत्याओं के पीछे भारत का हाथ होने की आशंका जताई थी. The Guardian ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत के खुफिया एजेंट्स, विदेशी धरती पर मौजूद आतंकियों को खास रणनीति के तहत निशाना बना रहे हैं.
The Guardian ने अपनी रिपोर्ट में भारत पर पाकिस्तान में टारगेट किलिंग कराने का आरोप लगाया था.
रिपोर्ट में लिखा था कि वर्ष 2019 से अब तक 20 लोगों की हत्या पाकिस्तान में की गई है.
रिपोर्ट में लिखा था कि भारत की खुफिया एजेंसी RAW यानी Research and Analysis Wing ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2019 के बाद विदेशों में हत्याएं शुरू कीं.
The Guardian के मुताबिक ये हत्याएं UAE में रहने वाले भारतीय खुफिया विभाग के स्लीपर सेल ने कीं.
The Guardian की रिपोर्ट में लिखा था कि स्लीपर सेल स्थानीय अपराधियों या गरीब पाकिस्तानियों को हत्या करने के लिए पैसे देते हैं.
The Guardian ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि भारत को पाकिस्तान और दूसरे देशों में टारगेट किलिंग का आइडिया इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद और रूसी खुफिया एजेंसी KGB से मिला है.
The Guardian ने अपनी रिपोर्ट में ये आरोप पाकिस्तानी जांच एजेंसियों से मिले कुछ दस्तावेज़ों के आधार पर लिखे थे. फिर इसके बाद इसी रिपोर्ट के आधार पर पाकिस्तान ने भारत पर टारगेट किलिंग का आरोप लगाया था.
अब तक मारे गए 21 हाईप्रोफाइल आतंकी
पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान में 21 हाई प्रोफाइल आतंकी मारे जा चुके हैं. हैरानी की बात ये है कि इन सभी को अज्ञात हमलावरों ने मारा है. पाकिस्तान में आतंकियों के बीच एक डर ये भी है कि अगला नंबर किसका है और वो कब आएगा. पिछले 3 वर्षों में 20 आतंकी मारे जा चुके हैं, इनमें से ज्यादातर वो आतंकी हैं जिनका नाम भारत की वांटेड लिस्ट में शामिल है.
अज्ञात हमलावर जिन आतंकियों को शिकार बना रहे हैं, उनके संबंध हाफिज़ सईद के आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा, अजहर मसूद के आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद, और सैयद सलाउद्दीन के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से रहे हैं. पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले ये आतंकी संगठन, भारत के लिए एक बड़ा खतरा रहे हैं. भारत में होने वाली आतंकी वारदात में इन तीनों में से किसी ना किसी एक आतंकी संगठन का नाम सामने आता रहा है. लेकिन आज स्थिति ये है कि इन आतंकी संगठनों के आतंकी, पाकिस्तान में भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। वो वहां भी छिप रहे हैं.
अज्ञात हमलवार अभी तक किन-किन पाकिस्तानी आतंकियों का सफाया कर चुके हैं, उनके बार में भी हम आपको कुछ बताना चाहते हैं.
अप्रैल 2024 में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज को लाहौर में गोली मार दी गई.
फरवरी 2024 में आतंकी संगठन अल-बदर के 'कमांडर सैयद खालिद रज़ा' को कराची में मार दिया गया.
फरवरी 2023 में 'एजाज़ अहमद अहंगकर' को काबुल में मार दिया। एजाज़ अहमद भारत में ISIS को शुरू करना चाहता था, ये अल-कायदा के संपर्क में भी था.
फरवरी 2023 में हिजबुल आतंकी बशीर अहमद को रावलपिंडी में गोली मार दी गई.
मार्च 2023 में आतंकी सैय्यद नूर शालोबर को खैबर पख्तून-ख्वा में मार दिया गया. इसे कश्मीर में आतंकवाद फैलाने का काम दिया गया था.
मई 2023 में खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजवार को लाहौर में मार दिया गया.
सितंबर 2023 में लश्कर कमांडर रियाज अहमद को रावलपिंडी में मार दिया गया.
अक्टूबर 2023 में जैश कमांडर 'शाहिद लतीफ' को सियालकोट में गोली मार दी गई। इसे पठानकोट हमले का मास्टर माइंड माना जाता है.
नवंबर 2023 में कट्टरपंथी मौलाना रहीमुल्ला को ओरंगी टाउन में मार दिया गया। रहीमुल्ला भारत विरोधी तकरीरें करके, लोगों को भड़काता था.
नवंबर 2023 में लश्कर आतंकी अकरम खान को खैबर पख्तूनख्वा में मार दिया गया.
नवंबर 2023 में लश्कर आतंकी मियां मुजाहिद को कराची में किडनैप किया गया, फिर कश्मीर बॉर्डर पर उसका सिर मिला था.
दिसंबर 2023 में आतंकी अदनान अहमद को कराची में मार दिया गया.
मार्च 2022 में आतंकी 'जाहिद अखुंद' को मार दिया गया था. ये आतंकी कंधार एयर इंडिया हाईजैक में शामिल था.
मार्च 2022 में ही आतंकी 'मिस्त्री जहूर इब्राहिम' को कराची में मार दिया गया. जहूर एयर इंडिया हाईजैक में शामिल था.
सितंबर 2019 में ISI एजेंट 'लाल मोहम्मद' को काठमांडू में मार दिया गया. लाल मोहम्मद नकली नोट भारत पहुंचाता था.
आतंकियों में डर का माहौल
इसी तरह से मौलाना जियाउर रहमान, मुफ्ती कैसर फारुकी, मुल्ला सरदार हुसैन जैसे आतंकियों को भी अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया है. देखा जाए तो अज्ञात हमलावरों का शिकार बने ये आतंकी, कहीं ना कहीं, भारत में किए गए आतंकी हमलों में शामिल थे. यही नहीं अज्ञात हमलावरों का शिकार बने इन आतंकियों में से कुछ ऐसे भी थे, तो भारत विरोधी गतिविधियों में शुमार थे. यही वजह है कि ऐसे आतंकी जो भारत के खिलाफ, पाकिस्तानी जमीन से कुछ बड़ा करने की साजिश रच रहे हैं, उनमें डर का माहौल है.
दक्षिण एशिया में आतंकवाद से जुड़े आंकड़े जुटाने वाली संस्था साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल के मुताबिक पूरे पाकिस्तान में आतंकी संगठन और उनसे जुड़े आतंकी फैले हुए हैं. SATP के मुताबिक पाकिस्ताना के हर राज्य में ISI, आतंकियों का नेटवर्क है, जिसका मुख्य काम, भारत में आतंकवादी घटनाएं अंजाम देना है.
एक ऐसा देश पाकिस्तान, जिसे आतंकवादियों का स्वर्ग कहा जाता है, जहां पर आतंकी संगठनों को फलने फूलने का पूरा मौका मिलता है. उस पाकिस्तान में ही अगर आतंकी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं, तो ये भारत के लिए अच्छी बात है. भारत को उन अज्ञात हमलवारों को धन्यवाद कहना चाहिए, जो पाकिस्तान में मौजूद भारत विरोधी आतंकियों को धरती से मिटाते जा रहे हैं.