Jammu and Kashmir News: जम्मू कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले के बाद इस बीच पाकिस्तान को यह डर सताने लगा है कि भारत इस हमले का बदला उसकी जमीन पर मौजूद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करके दे सकता है. इस बीच भारतीय सुरक्षा बल दहशतगर्दों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. इस काम में ड्रोन की मदद भी ली जा रही है. 


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PoK के पूर्व पीएम का बयान
पीओके के पूरे पीएम राजा मोहम्मद फारूक अहमद डार ने अपने एक ट्टवीट में इसी डर को व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को रियासी हमले के बाद पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए. गौरतलब है कि भारत ने उरी अटैक के बाद सर्जिकल स्ट्राइक कर और पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तानी जमीन पर मौजूद आतंकियों को कुचल दिया था.


आतंकियों को पकड़ने के लिए खास ड्रोन की मदद
जानकारी के मुताबिक जवानों ने आतंकियों की तलाशी के लिए 'हेक्साकॉप्टर' ड्रोन की मदद ली.  इस ड्रोन को 'त्रिनेत्र V3' के नाम से भी जाना जाता है.


इसमें हाई डेफिनेशन कैमरा लगा होता, जिससे दूर की चीज़ें भी काफ़ी आसानी से देखी जा सकती हैं. इसके करीब 6 किलोमीटर तक ऑपरेट किया जा सकता है


अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
इस हमले के बाद अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. यात्रा के रूट में अतिरिक्त फोर्स लगाए लगाई गई है. पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. 


बता दें यह 52 दिवसीय तीर्थयात्रा 29 जून को दो मार्गों – अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से शुरू होगी.


बता दें कटरा में शिव खोरी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर की ओर जा रही 53 सीट वाली बस पर आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी के कारण नौ लोगों की मौत हो गई और 41 घायल हो गए. रियासी के पोनी क्षेत्र के टेरयथ गांव के पास रविवार शाम गोलीबारी के कारण बस सड़क से खाई में गिर गई थी.


(फाइल फोटो)