मौलाना पर आगबबूला हुए पाकिस्तान के रेल मंत्री, कहा- सरकार के खिलाफ धरना दिया तो धर लेंगे
विवादित बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले पाकिस्तान के रेलवे मंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा है कि `अगर इस बार (जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल के प्रमुख) मौलाना फजलुररहमान ने सरकार के खिलाफ धरना दिया तो धर लिए जाएंगे.`
कराची: विवादित बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले पाकिस्तान (Pakistan) के रेलवे मंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा है कि 'अगर इस बार (जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल के प्रमुख) मौलाना फजलुररहमान ने सरकार के खिलाफ धरना दिया तो धर लिए जाएंगे.' उन्होंने कहा कि इमरान सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, शेख रशीद ने संवाददाताओं से कहा, "मौलाना आजादी मार्च में जो चाहें मुहिम चला लें लेकिन कोई मार्चपास्ट नहीं होने वाला. हल्का-फुल्का संगीत बजेगा लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. अगर मौलाना ने इस बार धरना दिया तो धर लिए जाएंगे."
मौलाना फजल ने इमरान सरकार के इस्तीफे की मांग के साथ बीते साल अक्टूबर में आजादी मार्च निकाला था और इस्लामाबाद में लंबा धरना दिया था. उनका कहना है कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि इमरान सरकार हटा दी जाएगी और देश में नए सिरे से चुनाव होगा. इसके बाद उन्होंने धरना खत्म कर दिया था. उन्होंने यह नहीं बताया कि यह आश्वासन उन्हें किसने दिया था. अब, उन्होंने एक बार फिर नए सिरे से इमरान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का ऐलान किया है.
ये भी देखें-
भ्रष्टाचार के मामलों में कैद काटने वाले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इलाज कराने इंग्लैंड गए हैं लेकिन अदालत द्वारा दी गई तय सीमा के बाद भी नहीं लौटे हैं. इस पर न्यायपालिका पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए रशीद ने कहा, "सरकारें अदालतों के सामने बेबस होती हैं. नवाज शरीफ वापस नहीं आने वाले. लेकिन, मरियम नवाज (नवाज शरीफ के बेटी) विदेश नहीं जा रहीं. कैबिनेट ने तय किया है कि उन्हें नहीं जाने दिया जाएगा."