नई दिल्ली/इस्लामाबाद: भारत-चीन सीमा विवाद के बीच पाकिस्तान कहीं कोई नई चाल तो नहीं चल रहा? पाकिस्तान के तीनों सैन्य प्रमुखों ने इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के मुख्यालय में आयोजित एक असामान्य बैठक में भाग लिया. इसे असामान्य इस लिहाज से कहा जा सकता है क्योंकि दशकों बाद सैन्य प्रमुख इस तरह ISI मुख्यालय पहुंचे हैं.  


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पाकिस्तानी अखबार डॉन (Dawn) के मुताबिक, थलसेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (Qamar Bajwa), नौसेना प्रमुख एडमिरल ज़फर महमूद अब्बासी (Admiral Zafar Mehmood Abbasi), और वायु सेना प्रमुख मार्शल मुजाहिद अनवर खान (Marshal Mujahid Anwar Khan)को मंगलवार शाम खुफिया एजेंसी के मुख्यालय बुलाया गया था. इस बैठक का उद्देश्य भारत से मुकाबले के लिए पाकिस्तान की तैयारियों का विश्लेषण करना था.


इमरान को भी 2 बार बुलाया गया
आमतौर पर सैन्य प्रमुख Tri-service forums पर मिलते हैं, जो जुलाई 2018 के बाद से आयोजित नहीं किए गए हैं. कथित तौर पर आईएसआई पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व को भी निर्देश दे रहा है. रिपोर्टों के अनुसार,  प्रधानमंत्री इमरान खान को पिछले तीन महीनों में दो बार आईएसआई मुख्यालय बुलाया गया है. पहली बार 23 अप्रैल को और फिर 3 जून को. हालांकि, उनकी इन यात्राओं को कथित सुरक्षा खतरों पर खुफिया ब्रीफिंग का नाम दिया जाता रहा है. 


क्या है चिंता की बात?
पाकिस्तान के तीनों सैन्य प्रमुखों को इस तरह दशकों बाद ISI मुख्यालय बुलाया गया है. इसके अलावा, प्रधानमंत्री का खुद आईएसआई मुख्यालय जाना सामान्य प्रोटोकॉल नहीं है. ISI भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है. लिहाजा, ऐसे वक्त में जब भारत चीन के साथ सीमा विवाद का सामना कर रहा है, ISI का तीनों सैन्य प्रमुखों को बैठक के लिए बुलाना अच्छे संकेत नहीं हैं.