Pashupatinath Temple: उत्तराखंड के गांव में तैयार हो रहा पशुपतिनाथ मंदिर? खबर पर नेपाल ने जताई आपत्ति, जानें क्या है माजरा
Pashupatinath Temple Replica: नेपाल में स्थित भगवान शिव के विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर को लेकर वायरल हो रही खबर ने सबके कान खड़े कर दिए हैं. इस खबर में दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड के एक गांव में पशुपतिनाथ मंदिर यानी मंदिर की प्रतिकृति तैयार की जा रही है.
Pashupatinath Temple Replica: नेपाल में स्थित भगवान शिव के विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर को लेकर वायरल हो रही खबर ने सबके कान खड़े कर दिए हैं. इस खबर में दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड के एक गांव में पशुपतिनाथ मंदिर यानी मंदिर की प्रतिकृति तैयार की जा रही है. इस खबर पर नेपाल ने आपत्ति जताई है. नेपाल ने स्पष्ट कहा है कि पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाने की अनुमति किसी को नहीं दी गई.
नेपाल के अधिकारियों ने क्या कहा?
नेपाल के ‘पशुपति एरिया डेवलपमेंट ट्रस्ट’(पीएडीटी) के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि यहां स्थित विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति भारत में बनाने की अनुमति किसी को नहीं दी गई है. पीएडीटी का एक बयान मीडिया में आई इन खबरों के बाद आया है जिनमें कहा गया है कि काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति का निर्माण उत्तराखंड के एक गांव में किया जा रहा है.
सदियों पुराना मंदिर
सदियों पुराना यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. पीएडीटी के कार्यकारी निदेशक डॉ. घनश्याम खातीवाड़ा ने एक बयान में कहा, ‘इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है कि पशुपतिनाथ मंदिर भारत के उत्तराखंड में बनाया जा रहा है और ट्रस्ट का ध्यान इस झूठी खबर की ओर आकर्षित किया गया है.’
खबर पर जताई आपत्ति
खातीवाड़ा ने कहा, ‘हम मीडिया के एक धड़े में प्रसारित ऐसी झूठी खबर पर आपत्ति जताते हैं.’ काठमांडू के बाहर पूर्वी इलाके में पवित्र बागमती नदी के तट पर स्थित पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल में सबसे प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर है. यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल होने के अलावा दुनिया भर से सैकड़ों और हजारों हिंदू तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है. उन्होंने कहा कि पशुपतिनाथ मंदिर सभी हिंदुओं के लिए आस्था का केंद्र है और मीडिया में प्रकाशित इस तरह की झूठी खबर ने पशुपति दर्शन में गहरी आस्था रखने वाले पूरे हिंदू समुदाय को झटका दिया है. ट्रस्ट ने भारत में पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाने के लिए किसी भी प्रकार की अनुमति या अनुमोदन प्रदान करने के लिए कोई निर्णय नहीं लिया है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)